Bihar Monsoon Session: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान आज मंगलवार को हुए विपक्षी हंगामे और काले कपड़े पहनकर किए गए विरोध प्रदर्शन पर पथ निर्माण मंत्री और बीजेपी विधायक नितिन नवीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है।
‘विपक्ष की प्राथमिकता सत्ता, जनता नहीं’
मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार बिहार में सुशासन और समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसे में विपक्ष केवल अपने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति में लगा है। उन्होंने कहा, “विपक्षी दल मानसून सत्र को बाधित कर रहे हैं और विधानसभा जैसी लोकतांत्रिक संस्था को बार-बार हंगामे का केंद्र बना रहे हैं। उनकी प्राथमिकता जनता नहीं, बल्कि केवल सत्ता है।”
‘मंगल के दिन अमंगल की ओर संकेत’
मंगलवार को महागठबंधन के विधायकों द्वारा काले कपड़े पहनकर किए गए प्रदर्शन पर कटाक्ष करते हुए मंत्री ने कहा, “मंगल के दिन काला कपड़ा पहनकर विरोध करना अमंगल का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि विपक्ष की राजनीति का रास्ता नकारात्मकता, विरोध और अफवाहों से होकर गुजरता है।”
SIR के खिलाफ महागठबंधन का काला प्रदर्शन
बता दें कि विधानसभा के बाहर महागठबंधन के विधायकों ने SIR बिल के विरोध में काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया। विधायकों ने इस कानून को उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने वाला बताते हुए सरकार पर निशाना साधा और जमकर नारेबाजी की, जिसके चलते आज दो बार सदन को स्थगित करना पड़ा।
‘विपक्ष को रास नहीं आ रहा विकास’
नितिन नवीन ने कहा कि एनडीए सरकार बिहार को सड़क, पुल-पुलिया और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है। “विपक्ष को राज्य का विकास रास नहीं आ रहा, इसलिए वह झूठ, अफवाह और असत्य की राजनीति में उलझ गया है,” उन्होंने कहा। मंत्री ने यह भी जोड़ा कि जनता अब सच और झूठ में फर्क करना जानती है, और आने वाले समय में विपक्ष को इसका जवाब मिलेगा।
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