वीरेंद्र कुमार/नालंदा। चुनावी मौसम में बिहार की सियासत का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने नालंदा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान महागठबंधन पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन जनता की सेवा या विकास के लिए नहीं, बल्कि सत्ता और कुर्सी की लालसा में बना है।

कुर्सी को लेकर मची खींचतान

श्रवण कुमार ने कहा कि महागठबंधन के भीतर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर लगातार खींचतान मची हुई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा जो लोग आपस में यह तय नहीं कर पा रहे कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा वे जनता के हित में कैसे एकजुट होकर काम करेंगे?

जनता जनादेश सर्वोपरि होता

मंत्री ने आगे कहा कि लोकतंत्र में जनता का जनादेश सर्वोपरि होता है, लेकिन महागठबंधन के नेताओं ने सत्ता की भूख में जनादेश को ठुकराने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष सिर्फ बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में उलझा है, जबकि नीतीश कुमार की सरकार विकास के एजेंडे पर लगातार आगे बढ़ रही है।

मूलभूत सुविधाओं का जाल बिछ चुका है

श्रवण कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि पिछले वर्षों में बिहार ने हर क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। उन्होंने बताया कि आज गांव से लेकर शहर तक सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता जैसी मूलभूत सुविधाओं का जाल बिछ चुका है। ग्रामीण इलाकों में विकास की लहर स्पष्ट दिखाई दे रही है, जिससे जनता का जीवन स्तर तेजी से सुधरा है।

स्वास्थ्य सेवाएं पहले से कहीं बेहतर हुई

उन्होंने कहा हमारी सरकार ने सिर्फ वादे नहीं किए, बल्कि उन्हें जमीनी स्तर पर उतारा है। आज गांव की सड़कें पक्की हैं, हर घर में बिजली पहुंच चुकी है, और शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाएं पहले से कहीं बेहतर हुई हैं।

नीतीश पर जनता जताएगी भरोसा

मंत्री ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि महागठबंधन के नेता जनता के मुद्दों से पूरी तरह कटे हुए हैं। वे सिर्फ सत्ता हासिल करने के लिए गठबंधन बना रहे हैं, लेकिन जनता अब सब समझ चुकी है। उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में भरोसा जताएगी क्योंकि विकास ही जनता की पहली प्राथमिकता है।

विकास की राजनीति को ही समर्थन देगी

श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार की राजनीति को अस्थिर करने की कोशिश करने वालों को जनता जवाब देगी। उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी चुनावों में जनता विकास की राजनीति को ही समर्थन देगी। उन्होंने कहा नीतीश कुमार का लक्ष्य सत्ता नहीं, सेवा है। हमारा फोकस बिहार को आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाने का है। विपक्ष चाहे जितने आरोप लगाए, लेकिन सच्चाई यह है कि बिहार विकास के नए युग में प्रवेश कर चुका है।