पटना। जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने संगठनात्मक अनुशासन को लेकर सख्त रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के निर्देश पर पार्टी ने चार जिलों के जिलाध्यक्षों को पद से हटा दिया है। इन पर विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी और गठबंधन प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने के आरोप लगे थे।

प्रत्याशियों की शिकायत के बाद हुई कार्रवाई

पार्टी सूत्रों के अनुसार बगहा, पूर्वी चंपारण, बेगूसराय और भोजपुर जिलों में जदयू प्रत्याशियों ने लिखित रूप से शिकायत दर्ज कराई थी कि संबंधित जिलाध्यक्ष चुनाव में पार्टी के पक्ष में सक्रिय नहीं रहे। इन शिकायतों के आधार पर प्रदेश नेतृत्व ने प्रारंभिक जांच कर कार्रवाई का फैसला लिया।

नए कार्यकारी जिलाध्यक्षों की तैनाती

पार्टी ने चारों जिलों में तत्काल प्रभाव से नए कार्यकारी जिलाध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है।

1. बगहा: पूर्व विधायक प्रभात रंजन

2. पूर्वी चंपारण: रतन सिंह पटेल

3. बेगूसराय: पूर्व विधान पार्षद भूमिपाल राय

4. भोजपुर: भीम सिंह पटेल

इन नेताओं को संगठन को मजबूत करने और चुनावी समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

हो सकती है कड़ी कार्रवाई

जदयू सूत्रों ने बताया कि जिन जिलाध्यक्षों के खिलाफ शिकायतें हैं उन्हें प्रदेश कार्यालय में सुनवाई के लिए बुलाया गया था। कुछ की सुनवाई अभी बाकी है। प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर फिलहाल पद से हटाया गया है लेकिन यदि अंतिम सुनवाई में आरोप सिद्ध होते हैं तो पार्टी से निष्कासन जैसी कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है।

पार्टी ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया

जदयू के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता और आरोपित दोनों को अपनी बात रखने का पूरा अवसर दिया जाएगा। इस पूरे मामले की जांच के लिए गठित समिति सभी पक्षों से बातचीत कर रही है।