पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर रवाना हो गए हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद यह उनका पहला दिल्ली दौरा है जिसे सिर्फ औपचारिक यात्रा नहीं बल्कि राजनीतिक तौर पर बेहद अहम माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार इस दौरान उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत एनडीए के शीर्ष नेताओं से मुलाकात तय है।

नेताओं से होगी चर्चा

दिल्ली में नीतीश कुमार की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं से हो सकती है। इन बैठकों में बिहार की नई सरकार का रोडमैप केंद्र-राज्य समन्वय और विकास योजनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली दौरे के दौरान बिहार कैबिनेट विस्तार को लेकर भी बड़ा फैसला लिया जा सकता है। बताया जा रहा है कि मकर संक्रांति के बाद मंत्रिमंडल विस्तार संभव है। खासतौर पर बीजेपी नेता नितिन नबीन के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट को लेकर चर्चा अहम मानी जा रही है।

राजनीति में एंट्री पर मंथन

इस दौरे में नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की राजनीति में संभावित एंट्री पर भी बातचीत हो सकती है। जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा पहले ही संकेत दे चुके हैं कि पार्टी में इसे लेकर सकारात्मक माहौल है।

2026 के चुनावों की रणनीति

सूत्रों के अनुसार 2026 में होने वाले राज्यसभा और बिहार विधान परिषद चुनाव भी एजेंडे में शामिल हैं। एनडीए की मजबूत स्थिति को देखते हुए सीट बंटवारे और रणनीति पर चर्चा संभव है। हालिया विधानसभा चुनाव में एनडीए ने 203 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी, जबकि जेडीयू दूसरे स्थान पर रही। ऐसे में नीतीश कुमार का यह दिल्ली दौरा आने वाले राजनीतिक फैसलों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।