बिहार की सियासत में सत्ता परिवर्तन कभी भी हो सकता है. नीतीश कुमार कभी भी पाला बदल सकते हैं और भाजपा के साथ सरकार बना सकते हैं. कभी नीतीश कुमार ने बयान दिया था कि, ”मैं मरते दम तक बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा. मैं मौत स्वीकार कर लूंगा लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा.
इतना ही नहीं अमित शाह ने भी नीतीश कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने साफ और सख्त अंदाज में कहा था कि, अब नीतीश कुमार के लिए भाजपा का दरवाजा हमेशा-हमेशा के लिए बंद हो गए हैं. हालांकि, बीजेपी अब बंद दरवाजों को नीतीश के लिए खोलते नजर आ रही है. भाजपा के नेता भी सियासत के पलटने का दावा कर रहे हैं. साथ ही नीतीश को लेकर तीखी बयानबाजी करने वाले अब उनके खिलाफ बयान देने से भी बच रहे हैं.
साल 2023 की जनवरी में सीएम नीतीश ने बिहार में चल रही हलचल पर विराम लगाने की कोशिश करते हुए पत्रकारों से कहा था कि, वह इस जीवन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ दोबारा गठबंधन नहीं करेंगे. लेकिन अब दोबारा नीतीश अपने बयानों से पलटी मारते नजर आने वाले हैं. अगर नीतीश कुमार एक बार फिर भाजपा से हाथ मिलाकर सरकार बनाते हैं तो वो 9वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे.
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