गया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शनिवार को गया जिले के बेलागंज में हुई जनसभा के दौरान बड़ा हादसा टल गया। सभा के दौरान सीएम का मंच दो बार धंस गया, हालांकि सुरक्षा कर्मियों की सतर्कता से उन्हें तुरंत सुरक्षित निकाल लिया गया। मौके पर मौजूद लोगों के बीच कुछ पल के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया, लेकिन स्थिति जल्द ही सामान्य कर दी गई।

भीड़ बढ़ने से मंच टूटा

जानकारी के अनुसार, सभा की शुरुआत में नीतीश कुमार के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में समर्थक मंच पर चढ़ गए। मुख्यमंत्री को 20 किलो की फूलों की माला पहनाने के लिए मंच पर भारी भीड़ हो गई। इसी दौरान मंच का बीच का हिस्सा धंस गया और तेज आवाज के साथ एक तरफ झुक गया।

एक हिस्सा फिर धंस गया

सुरक्षा बलों ने तुरंत मंच पर मौजूद लोगों को नीचे उतरने का निर्देश दिया और सीएम को वहां से सुरक्षित हटाया। सभा के अंत में भी एक बार मंच का एक हिस्सा फिर धंस गया, जिसके बाद मुख्यमंत्री को सुरक्षा घेरे में मंच से बाहर ले जाया गया।

बिहार में भय और भ्रष्टाचार था

इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने औरंगाबाद के रफीगंज में अगली जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। नीतीश कुमार ने कहा पहली सरकार ने कोई काम नहीं किया। वे लोग सिर्फ अपने परिवार के लिए राजनीति करते थे। जब खुद हटे तो अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया। हमने आकर बिहार में विकास और विश्वास दोनों लौटाया।

आज लोग सुरक्षित हैं

सीएम ने कहा कि 2005 से पहले बिहार में भय और अपराध का माहौल था। न सड़क थी, न बिजली, न शिक्षा, न इलाज की व्यवस्था। उन्होंने कहा हमारी सरकार आने के बाद हर वर्ग और हर सेक्टर में काम हुआ है। आज लोग सुरक्षित हैं, बच्चे-लड़कियां आराम से घूम सकते हैं। पहले तो शाम के बाद कोई घर से निकलने की हिम्मत नहीं करता था।

हमने हर धर्म के लिए किया काम

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार ने हमेशा समानता और शांति की नीति अपनाई है। उन्होंने कहा हमने 2006 में कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई, ताकि विवाद न हो। फिर 2016 में 60 साल से पुराने हिंदू मंदिरों की भी घेराबंदी कराई। हमने हिंदू-मुस्लिम सभी के लिए समान भाव से काम किया है।

रोजगार देने का लक्ष्य

नीतीश कुमार ने आगामी पांच वर्षों के लिए 1 करोड़ नौकरी और रोजगार देने का वादा दोहराया। उन्होंने कहा कि 2018 में सरकार ने हर घर तक बिजली पहुंचाई और अब लक्ष्य है कि हर युवा को रोजगार मिले। बेलागंज की घटना ने थोड़ी देर के लिए जनसभा में हलचल मचा दी, लेकिन मुख्यमंत्री ने पूरी शांति के साथ अपना कार्यक्रम पूरा किया। सुरक्षा एजेंसियों ने बाद में मंच की जांच की और अगली सभाओं के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए हैं।