पटना। विधानसभा चुनाव में एनडीए के जीत हासिल करने के बाद सातवीं बार नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. मुख्यमंत्री के साथ भारतीय जनता पार्टी के सात, जनता दल यूनाइटेड के पांच, हम और वीआईपी से एक-एक विधायक ने मंत्री पद की शपथ ली.
राजभवन के सभागार में आयोजित समारोह में राज्यपाल फागू चौहान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सभी 14 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. नीतीश कुमार के बाद भारतीय जनता पार्टी की ओर से उप मुख्यमंत्री पद के दावेदार भाजपा तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने शपथ ली. इनके बाद जनता दल यूनाइटेड से विजय चौधरी, अशोक चौधरी, मेवा लाल चौधरी, बिजेंद्र यादव, शीला कुमारी ने मंत्री पद की शपथ ली. इनके बाद हम से जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन और वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने मंत्री पद की शपथ ली. अंत में भाजपा के विधायक मंगल पांडे, रामप्रीत पासवान, रामसूरत राय, जीवेश मिश्रा, अमरेंद्र प्रताप सिंह ने शपथ ली.
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ भाजपा के सांसद अश्विनी चौबे, नित्यानंद राय के अलावा भाजपा-जदयू के तमाम विधायक मौजूद थे.
विपक्ष ने किया समारोह का बहिष्कार
मुख्यमंत्री और मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह का राजद, कांग्रेस, और वामपंथी दलों ने बहिष्कार किया. राजद की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया कि बदलाव का जनादेश एनडीए के विरुद्ध है. जनादेश से शासनादेश से बदल गया. बिहार के बेरोजगारों, किसानों, संविदाकर्मियों, नियोजित शिक्षकों से पूछे कि उन पर क्या गुजर रही है. एनडीए के फर्जीवाड़े से जनता आक्रोशित है.