कुंदन कुमार/पटना। नीतीश सरकार के मंत्री नितिन नवीन को बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद एनडीए के नेताओं ने इस फैसले को ऐतिहासिक क्षण बताया तो वहीं राजद ने भी बिहार के लिए गर्व की बात कही।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता मृत्युञ्जय तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता नितिन नवीन को कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि यह बिहार के लिए गर्व की बात है कि एक युवा नेता को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी मिली है। मृत्युञ्जय तिवारी ने नितिन नवीन के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि राजनीति में युवा नेतृत्व का आगे आना लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है।

वोट चोरी के मुद्दे पर विपक्ष एकजुट

राजद प्रवक्ता ने वोट चोरी के आरोपों को लेकर कहा कि इस मुद्दे पर सभी विपक्षी दल एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि समय आने पर सच्चाई जनता के सामने आएगी और लोकतंत्र की रक्षा के लिए विपक्ष मजबूती से खड़ा रहेगा।

2029 लोकसभा चुनाव की रणनीति का संकेत

बीजेपी ने बिहार सरकार के पथ निर्माण एवं नगर विकास मंत्री नितिन नवीन को कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर न केवल एक मजबूत संगठनकर्ता को आगे बढ़ाया है बल्कि 2029 लोकसभा चुनाव की रणनीति का संकेत भी दे दिया है। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि बीजेपी हमेशा दीर्घकालिक चुनावी योजना के तहत फैसले लेती है और यह नियुक्ति उसी दिशा में एक कदम है।

जातीय राजनीति से ऊपर संगठन की प्राथमिकता

बीजेपी ने इस फैसले के जरिए यह स्पष्ट किया है कि पार्टी जातीय समीकरणों से ऊपर संगठनात्मक क्षमता और नेतृत्व कौशल को प्राथमिकता देती है। नितिन नवीन को यह जिम्मेदारी उनकी संगठन में पकड़, संघ से जुड़ाव और केंद्रीय नेतृत्व के भरोसे के कारण दी गई है।

प्रशासनिक दक्षता और पुराना विवाद

नितिन नवीन ने पथ निर्माण और नगर विकास विभाग में मंत्री रहते हुए अपनी प्रशासनिक क्षमता साबित की है। वहीं वर्ष 2010 में नरेंद्र मोदी के स्वागत में प्रकाशित एक विज्ञापन को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज हो गए थे जिसके बाद भाजपा नेताओं के साथ डिनर कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था। हालांकि यह विवाद भी नितिन नवीन के राजनीतिक सफर का अहम अध्याय रहा है।

पांचवीं बार विधायक, मोदी के करीबी

नितिन नवीन बांकीपुर विधानसभा सीट से लगातार पांचवीं बार विधायक चुने गए हैं और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी नेताओं में गिना जाता है। उनकी यह नियुक्ति बीजेपी के संगठनात्मक भविष्य और युवा नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में अहम मानी जा रही है।