रायपुर। नवरत्न कंपनी एनएमडीसी ने 9 मई 2020 को लौह अयस्क की कीमतें 400 रुपए प्रति टन तक घटा दी हैं तथा डीआरसीएलओ की कीमतों में भी 470 रुपए प्रति टन की कमी की है. पहले भी 4 अप्रैल 2020 को एनएमडीसी ने लौह अयस्क की कीमतें 500 रुपए प्रति टन तक घटाई थीं तथा डीआरसीएलओ उत्पाद की कीमतों में भी 580 रुपये प्रति टन की कमी की थी. इस प्रकार एक माह की अवधि में एनएमडीसी ने लौह अयस्क की कीमतें 900 रुपए प्रति टन तथा डीआरसीएलओ की कीमतें 1050 रुपए प्रति टन कम की है. डीआरसीएलओ के प्रमुख ग्राहक छ्तीसगढ़ की कंपनियां हैं.
लौह अयस्क की कीमतों में कमी से इस्पात कंपनियों, विशेष रूप से छ्त्तीसगढ़ की स्पॉन्ज ऑयरन आधारित इस्पात कंपनियों को बड़ी राहत मिली है. एनएमडीसी ने कीमतों के निर्धारण में इस्पात एवं लौह अयस्क के मौजूदा बाजार की परिस्थितियों पर विचार करते हुए एक सुविचारित निर्णय लिया है. यह ध्यान देने योग्य है कि तैयार माल के प्रयोगकर्ताओं की घटती हुई मांग के कारण सभी प्रमुख इस्पात मिलें कम क्षमता के साथ कार्य कर रही हैं.
ओएमसी सहित, उड़ीसा के कुछ व्यापारिक खनिकों ने हाल ही में संपन्न उनकी नीलामी में लौह अयस्क की कीमतों में रु.500 प्रति टन की कमी की थी, फिर भी वे अपनी सम्पूर्ण मात्रा का निपटान नहीं कर सके.
एनएमडीसी के सीएमडी एन.बैजेंद्र कुमार ने कहा कि “एनएमडीसी द्वारा कीमतें घटाए जाने से इस्पात कंपनियों को बड़ी राहत मिली है और उन्होंने एनएमडीसी द्वारा संकट के वर्तमान समय में लिए गए इस कदम की सराहना की है.“