कुशीनगर. छोटी गंडक नदी के किनारे बसे गांवों में अवैध शराब का कारोबार इन दिनों फल-फूल रहा है. कसया थाना क्षेत्र के भैसहा में यह अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहाउ है. रात के दो बजते ही नदी के किनारे सैकड़ों की संख्या में अवैध शराब की भट्ठियां धधकने लगती है और सुबह होते ही इन भठ्ठियों से महुआ और नौशादर निर्मित शराब प्लास्टिक की पन्नी में पैक कर बेधड़क आसपास के गांवों में सप्लाई के लिए भेज दिया जाता है.

वहीं शाम ढलते ही इन गांवों में महुआ निर्मित शराब पीने वालों की कतार लग जाती है. कम पैसे में अधिक नशा लगने के चलते यहां मजदूर वर्ग के लोग ज्यादातर आते है, जो पीने के बाद देर रात घर पहुंचकर गांव घर में विवाद करते रहते है. इन अवैध कारोबारियों के खिलाफ जब जनता आवाज उठाती है तो कभी कभार इन पर संयुक्त कार्रवाई कर कुछ भठ्ठियों को तोड़कर खानापूर्ति कर ली जाती है, लेकिन इन पर पूरी तरह लगाम नहीं लग पाता है तो कहीं-कहीं इन कारोबारियों को राजनीतिक संरक्षण भी मिलता रहता है, जिस कारण इनका कारोबार धड़ल्ले से संचालित होकर फल-फूल रहा है.

इसे भी पढ़ें – धीरेंद्र शास्त्री ने महिलाओं को बताया था खाली प्लाट, महिला आयोग में शिकायत दर्ज, सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने की कार्रवाई की मांग

कसया थाना क्षेत्र में पड़ने वाले गांवों में यह कारोबार खूब फल-फूल रहा है. वजह यह है कि छः महीने से आज तक इन कारोबारियों पर कोई अभियान चलाकर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अब देखना यह है कि इन कारोबारियों के ऊपर कोई कार्रवाई होती है या इसी तरह बेधड़क अवैध शराब की भट्ठियां धधकती रहती हैं.

सांकेतिक फोटो

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक