रायपुर- नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों में अब तक किताबें वितरित नहीं किए जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार बेहतर शिक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित नहीं है. यही कारण है कि अब तक के प्रदेश के करीब छह हजार प्राईवेट स्कूलों में किताबें नहीं वितरित की गई है, जिसके चलते करीब बारह लाख छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रदेश के पालकों ने शिक्षा मंत्री को पत्र भी लिखा है. उसके बाद भी अब तक किसी तरह की कार्यवाही या फैसले लेने की स्थिति में प्रदेश सरकार नहीं है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का यह असंवेदनशील रवैया है, जिसके चलते प्रदेश भर के छात्र मंझधार में फंसे हुए हैं. वहीं करोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है लेकिन किताबों के अभाव में छात्र अपनी तैयारी नहीं कर पा रहे हैं. इसके लिए प्रदेश की कांग्रेसी सरकार जिम्मेदार है. किताब वितरण को लेकर पूरे प्रदेश में एक जैसे हालात हैं. इससे पालक व छात्रों की चिंताएं लगातार बढ़ती जा रही है.
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तब शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले ही किताब वितरण को लेकर सारी तैयारी कर ली जाती थी लेकिन प्रदेश सरकार का इस ओर कोई ध्यान नही है. उन्होंने प्रदेश के शिक्षा मंत्री से अपील की है कि छात्रों के उज्जवल भविष्य को ध्यान में रखते हुए शीघ्र ही पुस्तक वितरण को लेकर आवश्यक कार्रवाई शीध्र ही की जाए ताकि छात्रों को बेहतर ढंग से अपनी पढ़ाई करने में मदद मिल सकें।