रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरु हो गई है. कांग्रेस की ओर से पूर्व पीसीसी प्रमुख धनेंद्र साहू ने चर्चा शुरु की. इससे पहले संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि विपक्ष जितनी बार चाहे उतनी बार अविश्वास प्रस्ताव लाये. उनका अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है. आप अविश्वास प्रस्ताव लाते है और हमारी सरकार बन जाती है.

वहीं राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस ने 2015 में अविश्वास प्रस्ताव लाया था तो उसके दो दल बन गए. पता नहीं अब कौन सा दल बनेगा.

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होने से पहले अजय चंद्राकर ने आरोप पत्र के औचित्य पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि आरोप पत्र में पिछली सरकार के कार्यकाल के मुद्दों को भी शामिल किया गया है. जबकि प्रस्ताव इसी कार्यकाल पर लाया जा सकता है. सरकार जिन विषयों पर सदन में उत्तर दे चुकी है उस पर भी आरोप लगाया गया है. चंद्राकर ने कहा कि पुस्तक खरीदी घोटाला, दवाई खरीदी घोटाला, रोजगार गारंटी, बिजली खरीदी ऐसे मामले है, जिन्हें पहले भी उठाया जा चुका है.

प्रेम प्रकाश पांडेय ने कहा कि आरोप पत्र अविश्वास प्रस्ताव का हिस्सा नहीं होता. इन आरोपों पर विपक्ष ने कहा कि जो गड़बड़ी इस कार्यकाल के निरंतरता में है, उसे उठाया गया है. अजय चंद्राकर ने कहा कि विपक्ष का आरोप पत्र हास्यास्पद भी है. डामर घोटाले का जिक्र है, जबकि ये घोटाला कांग्रेस शासन कार्यकाल का रहा है. प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि मान्य परंपरा है कि जिन विषयों को नहीं उठाया जा सकता लेकिन विपक्ष को मान्य परंपराओं से कोई मतलब नहीं है.

इस पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि अब तक अविश्वास प्रस्ताव सरकार के कार्यकाल में एक बार ही आता रहा है. लेकिन इस कार्यकाल मे दो बार आ गए.