संतोष तिवारी, जगदलपुर। कुछ दिन पूर्व इंद्रावती नदी में डूबती हुई एक महिला को एक जवान ने अपनी जान जोखिम में डालकर उस महिला की जान बचाई थी। वहीं एक बार फिर पुलिस ने मानवता का परिचय देते हुए एक पीड़ित मजदूर को आर्थिक सहायता प्रदान की।
राजनांदगांव जिले के एक गांव में रहने वाला उमेश रामटेके अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी को जुटाने के लिए एनएमडीसी के लिंडा कंपनी में मजदूरी करने नगरनार आया। डेढ़ महीने उसने दिन रात मजदूरी की लेकिन कंपनी प्रबंधन ने उसे उसकी मेहनत की मजदूरी तक नहीं दी।
हताश होकर वह वापस अपने घर लौटना चाहता था लेकिन पैसे न होने की वजह से भूखे प्यासे वह इधर से उधर भटक रहा था। इस दौरान उसकी तबियत भी खराब हो गई। रास्ते में लोगों से पैसे मांगकर वह किसी तरह जगदलपुर अस्पताल पहुंचा। जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज किया।
मजदूर की हालत देखकर अस्पताल में स्थित पुलिस चौकी के प्रभारी महेन्द्र सिंह ने उसका हाल-चाल पूछा तो उसने अपनी आप बीती उन्हें बताई। चौकी प्रभारी ने इंसानियत दिखाते हुए न सिर्फ उसे खाना खिलाया बल्कि उसे घर वापस जाने के लिए 1 हजार रुपए भी दिए।