राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगाने के मूड में है, बल्कि प्रदेश में चल रहे कोरोना कर्फ्यू की मियाद 30 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। ये जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता के नाम संदेश में बताया। मुख्यमंत्री प्रदेश में कोविड के हालातों, सरकार की तैयारियों और इलाज के इंतजामों की जानकारी जनता को दे रहे थे।

उन्होंने कहा कि दुनिया ने कोरोना संक्रमण जैसा संकट पहले कभी नहीं देखा, संकट महाविकट है। मैने सड़कों पर उतर के मास्क लगाने का प्रयास किया। सुरक्षित दूरी बनाये रखने की अपील की। स्वास्थ्य आग्रह करके संकट की विकटता की ओर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया। ये असाधारण संकट है, संकट से लड़ने है तो तरीके भी असाधारण होंगे। कोरोना से लड़ाई सामान्य लड़ाई नहीं, ये युद्ध है। सरकार के साथ हम आप सबको मिलकर लड़ना पड़ेगा।

उन्होंने आगे कहा कि संक्रमण से बचना है तो चैन तोड़ना होगा। 30 अप्रैल तक गांव में रहने वाले लोग तय करें। गांव, मोहल्ले, कॉलोनी, बिल्डिंग के लोग तय करे कोई अनावश्यक बाहर न निकले। सामान की आवश्यकता है तो प्रतिनिधि तय कर दें, वो सामान लेकर आयेंगे।30 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू होगा, लॉकडाउन नहीं होगा। ये अपने आपको बचाने के लिए, संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए है। हम स्वयं तय करेंगे, मैं घर में रहूंगा।

सीएम ने जनता को कोरोना की भयावहता से अवगत कराते हुए सभी को नियमों का पालन करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि मास्क कफन से छोटा है। मास्क आसानी से लगाया जा सकता है। मास्क लगाये, सुरक्षित दूर बनाये। 1 अप्रैल को हमारे पास 21159 बिस्तर थे, आज संख्या बढ़कर 40784 हो गई है, इसे 30 अप्रैल तक 50000 ले जाएंगे। सरकारी अस्पतालों के साथ प्राइवेट अस्पताल भी बिस्तरों की संख्या बढ़ा रहे हैं। प्राइवेट अस्पतालों को भी हम मदद कर रहे हैं कि आप आइए अपना अस्पताल प्रारंभ कीजिए, स्वयं सेवी संस्थाएं भी अस्पताल शुरु कर रही है।

चौहान ने प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी पर कहा कि मैंने प्रधानमंत्री जी, गृहमंत्री जी,उद्योग मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री जी से बात की है। आज मैं आपको आश्वस्त कर रहा हूं हम ऑक्सीजन की आपूर्ति लगभग सामान्य होती चली जा रही है। हमारे पास 8 अप्रैल को ऑक्सीजन की आपूर्ति 130 मैट्रिक टन थी, जो 12 अप्रैल को बढ़कर 267 मेट्रिक टन हो गई। 14 अप्रैल 280 मी.टन, 16 अप्रैल को 350 मी. टन, 17 अप्रैल को 390 मी.टन हो गयी। 20 अप्रैल तक 445 मी.टन, 25 अप्रैल 565 मी.टन और 30 अप्रैल तक हमें 700 मी. टन ऑक्सीजन उपलब्ध होगी।