सत्यपाल राजपूत, रायपुर। प्रयास कोविड सेंटर में मरीजों को बेहतर सुविधा मिल रही है. राहत की बात है कि यहां अब तक एक भी मरीज की मौत नहीं हुई. पिछले दिनों लल्लूराम डॉट की टीम ने गुढ़ियारी स्थित प्रयास कोविड सेंटर का जायजा लिया. इस दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों से सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से कंट्रोल रूम से बातचीत कर व्यवस्था के बारे में जानकारी ली. मरीजों ने बताया कि कोविड सेंटर के सुविधा से हम संतुष्ट है. मरीजों ने कोरोना योध्दाओं की जमकर तारीफ की.

टीम ने सेंटर से डिस्चार्ज होने वाले 5 मरीजों से बातचीत की, ताकि सच्चाई बताने में उनको डर ना हो. मरीजों ने कोविड सेंटर की तारीफ करते हुए सभी  कोरोना योध्दाओं का धन्यवाद किया. साथ ही बताया कि सेंटर में समय पर नास्ता, खाना दिया जा रहा है. इसे बड़ी बात यह है कि यहां सभी का व्यवहार अच्छा है, जब परेशान होते है तो समझाया जाता है. मनोबल बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाता है. वार्ड में मनोरंज के लिए टीवी है, योगा भी कराया जाता है.

कोविड सेंटर के नोडल डॉ नरेश साहू ने बताया कि 1 महीने में 506 मरीज भर्ती हुए हैं, जिसमें अब तक 450 मरीज स्वस्थ होकर कोरोना के जंग जीत कर घर वापस जा चुके हैं. वर्तमान में 56 मरीज भर्ती हुए हैं. यहां पर बीपी, डायबिटीज, कैंसर, गर्भवती महिलाएं भर्ती हुए थे. सफल इलाज के बाद डिस्चार्ज हो रहे हैं है. अभी तक यहां कोई भी मरीजों की मौत नहीं हुई है.

डॉक्टर ने बताया कि मानसिक तनाव भी मरीजों में देखा गया है. समय-समय पर मनोबल बढ़ाने वाले स्पीच उनको फोन के माध्यम से  दिया जाता है. संगीत के माध्यम से तनाव दूर करने का प्रयास किया जाता है. सेंटर पर मानसिक बीमारी इच्छाशक्ति की कमी के कारण ही होती है, मानसिक बीमारी से बचने के लिए उपाय उनको बताया जाता है. जैसे कि पर्याप्त मात्रा में नींद लेने का कोशिश करें. नशा का सेवन ना करें. स्वस्थ खाद्य पदार्थ का सेवन करें. व्यक्तिगत देखभाल के लिए समय निकालें. शारीरिक गतिविधि व्यायाम करें, योगा करें यह उपाय मरीजों को बताया जाता है.

लल्लूराम डॉट की टीम ने डॉ मनोज बर्मन, नर्सिंग ऑफिसर कल्पना साहू, फार्मेसिस्ट पूजा रानी शर्मा, महिला स्वास्थ्य संयोजक पुष्पा विश्वास, सरिता किरण अन्य टीम का अनुभव भी जाना. सभी कोरोना योध्दाओं ने कहा कि प्रारंभिक दौर में थोड़ा डर रहता था, लेकिन अब लोग डिस्चार्ज होकर घर जातें हैं तो सुकून मिलता है. अपने डिग्री अपने पढ़ाई पर नाज होता है. इस सेंटर में तैनात टीम के कोई भी सदस्य कोरोना से संक्रमित नहीं हुए हैं. यह अपने आप बड़ी बात है.