टिकेश्वर लोधी, आरंग। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुवा,घुरुवा,बारी के तहत आरंग जनपद पंचायत क्षेत्र में बनचरौदा और बैहार जैसे आदर्श गौठान बने हैं, जिसके लिए प्रदेश सरकार और आरंग जनपद की तारीफ हो रही है. लेकिन अभी भी ऐसे कई ग्राम पंचायतें हैं, जहाँ गौठान तो बने हैं, लेकिन उनका उपयोग मवेशियों को रखने के लिए नहीं किया जा रहा है.

ऐसा ही मामला आरंग जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम बनरसी का है, जहां गौठान तो बन गया है, लेकिन वहाँ मवेशियों को नहीं रखा जा रहा है. खुले में घूमते मवेशी किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं. किसानों की चिंता को दूर करते हुए बनरसी के ग्राम सभा समिति ने अपने खर्चे से गांव के बगझूला मंदिर परिसर में मवेशियों को रख रहे है, ताकि क्षेत्र के किसानों की फसल बर्बाद होने से बच सके.

ग्रामीणों ने ग्राम सरपंच नीरा साहू और गौठान समिति के अध्यक्ष पूनम साहू पर गौठान में मवेशियों को रखने से मना करने का आरोप लगाते हैं. ग्रामीणों ने इस संबंध में जनपद पंचायत सीईओ किरण कौशिक से भी शिकायत की है, लेकिन उनका आरोप है कि जब भी कोई अधिकारी गौठान का निरीक्षण करने आता है, तो सरपंच और गौठान समिति के अध्यक्ष चरवाहे के मवेशियों को लाकर गौठान में रखा जाता हैं, और फोटो खिंचवाने के बाद मवेशियों को पुनः गौठान के बाहर कर देते हैं.

आवारा मवेशियों द्वारा किए जा रहे फसल नुकसान को बचाने के लिए ग्राम सभा समिति ने गांव के बगझूला मंदिर परिसर में वैकल्पिक गौठान का निर्माण किया है, जहांलगभग 100 आवारा मवेशियों को रखा गया हैं. इन मवेशियों के लिए चारा-पानी के प्रबंध के साथ चरवाहे की व्यवस्था ग्राम सभा समिति के सदस्यों की ओर से की गई है. इसके अलावा ग्रामीण सरपंच और गौठान समिति अध्यक्ष पर गौठान निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाते हुए शासन-प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

वही अपने ऊपर लगे आरोप पर बनरसी की सरपंच नीरा साहू का कहना है कि अभी गौठान का निर्माण अधूरा हैं, जिसकी वजह से जनपद सीईओ ने मवेशियों को रखने से मना किया हैं, साथ ही ग्रामीणों द्वारा किसी तरह का कोई सहयोग नहीं मिल रहा हैं, जिससे ऐसे स्थिति निर्मित हुए हैं. वहीं आरंग जनपद पंचायत सीईओ किरण कौशिक ने बताया कि सरपंच जानवरों को रखने के लिए तैयार है, लेकिन ग्रामीण सहयोग नहीं कर रहे हैं, जिससे मवेशियों को रखने में समस्या आ रही है. उन्होंने इस मामले में ग्रामीणों और सरपंच से बात कर जल्द ही समस्या का निराकरण करने की बात कही है.