नई दिल्ली . राजधानी में लोगों को अभी प्रदूषित हवा से राहत मिलती नहीं दिख रही है. शुक्रवार को वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही. ज्यादातर इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 अंक के पार रहा.

इस बार लोग अक्तूबर के दूसरे पखवाड़े से ही खराब हवा में सांस ले रहे हैं. इस बीच एक भी दिन ऐसा नहीं रहा, जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से नीचे आया हो. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 323 रहा. इस स्तर की हवा को बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है. एक दिन पहले गुरुवार को यह सूचकांक 326 था. चौबीस घंटे के भीतर इसमें सिर्फ तीन अंकों का सुधार हुआ है.

मानक से कई गुना अधिक रहा प्रदूषण मानकों के मुताबिक, हवा में पीएम 10 का स्तर 100 से और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्यकारी माना जाता है, लेकिन शुक्रवार शाम को दिल्ली-एनसीआर की हवा में पीएम 10 का औसत स्तर 289 और पीएम 2.5 का औसत स्तर 154 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहा, यानी राजधानी दिल्ली की हवा में मानकों से ढाई गुना से भी ज्यादा प्रदूषक कण मौजूद हैं, जो कि चिंताजनक बात है.

प्रदूषक कणों का बिखराव धीमा वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक, अगले तीन-चार दिन तक हवा की गति चार से आठ किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है. इसके चलते प्रदूषक कणों का बिखराव धीमा रहेगा और लोगों को खराब हवा से छुटकारा नहीं मिलेगा.