रायपुर। कानपुर जैसी घटना छत्तीसगढ़ में नहीं होनी चाहिये. सभी जिलों में गुंडों, बदमाशों की नई लिस्ट बनाकर उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में डीजीपी डीएम अवस्थी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश पर डीजीपी अवस्थी ने पुलिस अधीक्षकों की बैठक में प्रोफेशनल होकर काम करने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने सभी एसपी को थानों का औचक निरीक्षण करने और थानों के सामने बैरियर लगाने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि अपराधियों को रोकने में बैरियर सहायक साबित होते हैं. अपराधी अपराध करके भागते हैं, तो आसानी से पकड़ा जा सकता है.
डीजीपी अवस्थी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल चिटफंड और अवैध शराब के प्रकरणों पर शीघ्रता से कार्रवाई करें. चिटफंड प्रकरणों के संचालकों पर सख्त कार्रवाई करते हुए जेल भेजें और उनकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई करें, साथ ही न्यायालय के माध्यम से एजेंटों से प्रकरण वापस लें. नक्सल प्रभावित जिलों में आदिवासियों से सामान्य किस्म के प्रकरण वापसी पर शीघ्रता से कार्रवाई के निर्देश दिए गए.
डीजीपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों के विरूद्ध जो शिकायतें हैं, उनकी एक माह के अंदर जांच कर कार्रवाई करें. सभी एसपी को सर्विस प्रकरण गंभीरता से निपटाने के निर्देश दिये गए. साथ ही अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों में वेबजह देरी ना करने के निर्देश दिये गये.
वीसी में सभी कमांडेंट को निर्देशित किया गया कि स्पंदन कार्यक्रम के तहत जवानों से लगातार संवाद स्थापित करते रहें. उनकी आवास से संबंधित समस्याओं का तत्काल निराकरण करें. बैठक में एडीजी अशोक जुनेजा, एडीजी हिमांशु गुप्ता, डीआईजी सीआईडी सुशील द्विवेदी, एचआर मनहर, एआईजी राजेश अग्रवाल उपस्थित रहे.