रायपुर। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र ने कहा छत्तीसगढ़ के जशपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव कोरबा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से पिछले कुछ दिनों में टोनही – डायन के सन्देह में 4 हत्याएं तथा कुछ ग्रामीणों से मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं. सिर्फ अंधविश्वास ,जादू टोने जैसी भ्रामक मान्यताओं पर भरोसा कर किसी निर्दोष महिला एवं उसके परिवार पर हमला करने की घटनाएं, अत्यंत निंदनीय है. दोषियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए. समिति इन सभी मामलों में प्रवास कर प्रताड़ित परिवारों से मिलेगी और ग्रामीणों को जागरूक करेगी.

डॉ. दिनेश मिश्र,
वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ,
अध्यक्ष, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति

डॉ. दिनेश मिश्र ने बताया कि जशपुर के सन्ना थाना क्षेत्र से से अंधविश्वास का मामला सामने आया है. यहां ग्राम पंचायत डोभ के एक व्यक्ति बुधराम ने जादू-टोने के शक में अपनी नजदीकी रिश्तेदार गंगोत्री देवीऔर उसके पति मधनु राम को कुल्हाड़ी से काट दिया.
इसमें उसकी पत्नी लुदनी बाई ने भी साथ दिया. महिला ने खुद ही बताया कि गंगोत्री देवी और मधनु राम जादू टोना और तंत्र मंत्र करते थे जिनसे उनके पूरे परिवार को जान का खतरा था.

दूसरे मामले में बिलासपुर के पास मस्तूरी में जादू-टोना करने का आरोप लगाते हुए एक दंपती की पड़ोसियों ने लाठी व रॉड से पिटाई कर दी. अस्पताल में इलाज के दौरान घायल पति की मौत हो गई, जबकि पत्नी का इलाज चल रहा है. 26 सितंबर की रात 8 बजे खोलूराम नामक व्यक्ति मजूदरी करके घर लौटा, तब पड़ोसी सोहराब का भाई विवेक उसके घर जाकर खोलूराम व उसकी पत्नी से गाली-गलौच करने लगा. खोलूराम की पत्नी ने जब उन्हें रोका तो विवेक के घर से उसके दूसरे भाई और पिता भी खोलूराम के घर के सामने पहुंच गये.

खोलूराम और उसकी पत्नी देवकुमारी को देखते ही सभी ने उसकी लाठी व रॉड से पिटाई शुरू कर दी. परिजनों ने घायल खोलूराम को इलाज के लिये मस्तूरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन गंभीर चोट के कारण खोलूराम को रायपुर रेफर किया गया. वहां इलाज के दिन शनिवार को खोलूराम की मौत हो गई. जानकारी मिली है कि मृतक व उसकी पत्नी पर पड़ोसी जादू-टोना करने का सन्देह करते थे. कुछ समय पहले आरोपी महिला के बच्चे की मौत हो गई थी. उसे शक था देवकुमारी और खोलूराम ने ही जादू टोने से मरवाया है.

कोरबा के पास ग्राम रलिया में दीपक रात्रे के परिवारकी महिला पर पर एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने लाठी डंडे से हमला किया जिससे महिला को बचाने आये अन्य परिजन भी घायल हो गए.राजनांदगांव के पास अम्बागढ़ चौकी में दो ग्रामीणों ने जादू टोने के सन्देह में एक व्यक्ति पर टँगीया से ताबड़तोड़ वार किया जिससे उसकी मृत्यु हो गयी.

डॉ. मिश्र ने कहा हर व्यक्ति की समस्या और उसके कारण अलग-अलग होते हैं, जिनका समाधान तर्कसंगत उपाय से किया जा सकता है.जादू टोने जैसी मान्यताओं का कोई अस्तित्व ही नहीं है, इसलिए तथाकथित जादू टोने से ना ही कोई व्यक्ति किसी को भी मार कर सकता है, न ही किसी को परेशानी में डाल सकता हैं और न ही किसी व्यक्ति का किसी प्रकार से फसल आदि का कोई नुकसान कर सकता है.

जादू-टोने, टोनही, डायन की मान्यता सिर्फ अंधविश्वास है. जिसका का कोई अस्तित्व नहीं है, और इस प्रकार के शक या सन्देह में किसी  भी महिला को प्रताड़ित करना उसके व उसके परिवार के साथ मारपीट करना, उसको जान से मारना अनुचित,क्रूर और अपराधिक है. ग्रामीणों को इस प्रकार के अंधविश्वास में नहीं पड़ना चाहिए.

डॉ मिश्र ने प्रशासन मांग की है कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई की जाए तथा आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस प्रकार की अनुचित हरकत करने की चेष्टा ना कर सके.समिति इन सभी मामलों में ग्रामीणों से मिलेगी और जागरूक करेगी.