स्टाकहोम। वर्ष 2021 के लिए नोबल पुरस्कार की घोषणा शुरू हो गई है. चिकित्सा के क्षेत्र में इस बार अमेरिका के डेविड जूलियस और अर्देम पटापाउटियन को संयुक्त रूप से दिया गया है. दोनों वैज्ञानिकों को तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की खोजों के सम्मानित किया गया है.
डेविड जूलियस और अर्देम पटापाउटियन ने अपने शोध के जरिए बताया कि गर्मी, ठंड और स्पर्श को महसूस करने की हमारी क्षमता जीवित रहने के लिए आवश्यक है. अपने दैनिक जीवन में हम इन संवेदनाओं को हल्के में लेते हैं. लेकिन तापमान और दबाव को महसूस करने के लिए तंत्रिका आवेगों को कैसे शुरू किया जाता है, इसका समाधान उन्होंने निकाला. दोनों के इसी शोध के लिए स्टॉकहोम में करोलिंस्का संस्थान के पैनल ने नोबल पुरस्कार केलिए चयन करने की घोषणा की.
BREAKING NEWS:
The 2021 #NobelPrize in Physiology or Medicine has been awarded jointly to David Julius and Ardem Patapoutian “for their discoveries of receptors for temperature and touch.” pic.twitter.com/gB2eL37IV7— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 4, 2021
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के डेविड जूलियस ने गर्मी के प्रति प्रतिक्रिया करने वाली त्वचा के तंत्रिका अंत में एक सेंसर की पहचान करने के लिए मिर्च से एक तीखा यौगिक कैप्साइसिन का उपयोग किया, जो जलन पैदा करता है. स्क्रिप्स रिसर्च में हॉवर्ड ह्यूजेस मेडिकल इंस्टीट्यूट के साथ काम करने वाले अर्डेम पेटापाउटियन ने सेंसर के एक उपन्यास वर्ग की खोज के लिए दबाव-संवेदनशील कोशिकाओं का उपयोग किया जो त्वचा और आंतरिक अंगों में यांत्रिक उत्तेजनाओं का जवाब देते हैं.
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