Noida News: नोएडा. दिल्ली विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही एक छात्रा समेत चार लोगों ने आत्महत्या कर ली. सभी की आत्महत्या के कारण अलग अलग हैं, हालांकि पुलिस को फिलहाल किसी भी घटना में सुसाइड नोट नहीं मिला.
मूल रूप से असम के गुवाहाटी निवासी नीलाक्षी पाठक अपने पति आकाश के साथ सेक्टर-110 स्थित लोटस पनास सोसाइटी में रहती थी. वह दिल्ली विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही थी. उन्होंने बताया कि बीती रात उन्होंने अपने एक दोस्त से ऑनलाइन चैटिंग के दौरान कहा कि वह अपने जीवन से परेशान हैं, घर पर अकेली हैं इसलिए आत्महत्या करने जा रही है, जब तक उसका दोस्त उसके घर पहुंचे, उसकी मौत हो चुकी थी. वहीं, दोस्तों को युवती का पति भी घर ही मिला, जबकि चैट के दौरान युवती ने उसके मुंबई जाने की बात कहीं थी.
युवती ने स्टडी रूम में पंखे पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है. इसके अलावा गेझा गांव में 15 वर्षीय किशोरी लवली ने फंदा लगाकर आत्महत्या की है. बताया जाता है कि किशोरी के माता पिता कूडा बीनने का काम करते हैं, देर रात किसी बात पर पिता ने किशोरी को धमका दिया था, जिससे आक्रोश में आकर उसने आत्महत्या कर ली. इसके अलावा सेक्टर-126 कोतवाली क्षेत्र के शाहपुर निवासी सुरेश आर्या उम्र 25 वर्ष ने मानसिक तनाव के चलते अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया.
वह सेक्टर 128 स्थित जेपी अस्पताल में काम करता था. सेक्टर 58 क्षेत्र मे नेहा उम्र 20 वर्ष ने भी मानसिक तनाव के मौत को गले लगा लिया. पुलिस को किसी भी घटना में सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. फिलहाल सभी मामलों में जांच चल रही है. पुलिस का कहना है कि मामले में सभी की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है.
पुलिस का कहना है कि सभी मामलों की गहनता से जांच की जा रही है. इसके लिए सभी की कॉल डिटेल को खंगाला जा रहा है. वहीं, उनके अभिभावकों से भी यह पता किया जा रहा है कि वह कहीं अवसाद में तो नहीं थे. साथ ही उनकी तलाशी में पुलिस को मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस का कहना है कि इसी से आत्महत्या के असल कारणों का पता चलता.