दिल्ली। पूरी दुनिया इस समय कोरोना संकट से जूझ रही है। देश में भी कोरोना का कहर जारी है। ऐसे में देश में कोरोना टेस्ट की बेहद कम संख्या चिंता का सबब बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक आईसीएमआर ने 30 जनवरी से लेकर अब तक सिर्फ 14 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया है। एक अरब से ज्यादा की आबादी में इतनी कम संख्या में टेस्ट होना वाकई चिंता का विषय है। गौरतलब है कि देश में केरल में 30 जनवरी को कोरोना वायरस संक्रमण का पहला केस सामने आया था। उसके बाद से सरकारी अमला कोरोना वायरस से बचाव के इंतजाम में जुटा है।
दरअसल, देश में कोरोना टेस्ट की रफ्तार अब दोगुना से भी ज्यादा हो गई है। पिछले दिनों के आंकड़े के अनुसार निजी और सरकारी लैब से 10 लाख से ज्यादा टेस्ट हुआ है। अब रोजाना 70 हजार टेस्ट हो रहे हैं। अभी तक कुल चौदह लाख टेस्ट हो चुके हैं लेकिन देश की भारी भरकम आबादी को देखते हुए ये टेस्ट बेहद कम हैं। हेल्थ एजेंसियों ने बार बार सरकार और स्वास्थ्य प्रशासन से टेस्ट की संख्या बढ़ाने को कहा है। अगर टेस्ट की यही रफ्तार रही तो कोरोना से जंग बेहद कमजोर हो सकती है।