रायपुर। छत्तीसगढ़ में ‘गैर संचारी रोग रोकथाम एवं उपचार माह’ की शुरूआत आज से हो रही है। प्रदेश के सभी जिलों में इस दौरान 15 मई से 15 जून तक गैर संचारी रोगों से बचाव, जांच, निदान और उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष अभियान संचालित किए जाएंगे। उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर, पक्षाघात, ट्रॉमा, बहरापन, मुख स्वास्थ्य, फ्लोराइड, तंबाकू सेवन से होने वाली बीमारियों तथा गलकंठ जैसे गैर संचारी रोगों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई गतिविधियां भी संचालित की जाएंगी।

उल्लेखनीय है कि जीवन शैली में निरंतर बदलाव के कारण गैर संचारी रोगों के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। राष्ट्रीय स्तर पर सांख्यिकीय आंकड़े बताते हैं कि वर्तमान में गैर संचारी रोगों की वजह से 60 प्रतिशत मौतें हो रही हैं। स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, पक्षाघात एवं ट्रॉमा जैसे प्राणघातक रोगों से काफी हद तक बचा जा सकता है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि लोगों को गैर संचारी रोगों के प्रति जागरूक करने और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करने पूरे प्रदेश में एक माह तक यह अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान प्रदेश के सभी अस्पतालों में गैर संचारी रोगों की जांच विशेष तौर पर की जाएगी। गैर संचारी रोगों से पीड़ित व्यक्तियों को समुचित इलाज भी मुहैया कराया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसके लिए सभी अस्पतालों में दवाईयों के पर्याप्त स्टॉक रखने के साथ ही जांच के लिए उपकरण एवं अन्य सामग्रियों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

इस अभियान के अंतर्गत शासकीय अस्पतालों में 30 वर्ष और इससे अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों की मधुमेह और रक्तचाप तथा मुंह के कैंसर के लक्षणों की जांच की जाएगी। महिलाओं में स्तन एवं गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की स्क्रीनिंग भी की जाएगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को ‘गैर संचारी रोग रोकथाम एवं उपचार माह’ के दौरान संचालित की जाने वाली गतिविधियों के लिए विस्तृत मार्गदर्शिका एवं दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। आम लोगों को इन रोगों के बारे में जागरूक करने, सही समय पर संभावित रोगों की जांच करने तथा पीड़ितों को पर्याप्त उपचार उपलब्ध कराने के लिए प्रदेशव्यापी ‘गैर संचारी रोग रोकथाम एवं उपचार माह’ मनाया जा रहा है।