Not To Wash Hair In Hinduism: भारत में धार्मिक परंपराएं केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं होतीं, बल्कि दैनिक जीवन की छोटी-छोटी आदतों और कार्यों में भी इनका गहरा प्रभाव होता है. ऐसा ही एक विषय है — कौन-से दिन सिर नहीं धोना चाहिए?
कुछ विशेष दिनों पर सिर धोने को लेकर प्राचीन मान्यताएं प्रचलित हैं, जो धर्म, ग्रहों की स्थिति और ऊर्जा संतुलन से जुड़ी मानी जाती हैं. आइए जानते हैं कि किन दिनों में सिर धोना वर्जित कहा गया है और इसके पीछे क्या धार्मिक कारण बताए जाते हैं.
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Not To Wash Hair In Hinduism
1. सोमवार (Not To Wash Hair In Hinduism)
यह दिन भगवान शिव को समर्पित होता है. मान्यता है कि सोमवार को सिर धोने से चंद्र दोष बढ़ सकता है, जिससे मानसिक अशांति या बेचैनी महसूस हो सकती है.
2. गुरुवार
गुरुवार को बृहस्पति देव और लक्ष्मी माता का दिन माना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन सिर धोने से घर की पवित्रता और समृद्धि पर असर पड़ सकता है. इसे अपवित्र कर्म माना गया है.
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3. शनिवार (Not To Wash Hair In Hinduism)
शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है. खासकर यदि कोई व्यक्ति साढ़ेसाती या ढैय्या के प्रभाव में हो, तो इस दिन सिर धोने से शनि की कृपा में कमी आ सकती है.
4. अमावस्या
अमावस्या के दिन पितरों की पूजा का विशेष महत्व होता है. इस दिन सिर धोना या बाल धोना, पूर्वजों के प्रति अपमान माना जाता है.
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5. श्राद्ध पक्ष (Not To Wash Hair In Hinduism)
श्राद्ध पक्ष के 15 दिन पूर्वजों की स्मृति और श्रद्धा को समर्पित होते हैं. इन दिनों संयम और सादगी का पालन किया जाता है. इसलिए इन दिनों सिर धोना या बालों में सजावट करना अनुचित माना जाता है.
6. व्रत और त्योहारों के दिन (Not To Wash Hair In Hinduism)
करवा चौथ, नवरात्रि, एकादशी जैसे व्रतों या विशेष पर्वों पर भी परंपरा के अनुसार सिर धोने से बचना चाहिए, जब तक कि धर्म या घर की परंपरा इसकी अनुमति न दे.
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हालांकि सिर धोने को लेकर ये सभी बातें धार्मिक मान्यताओं और आस्थाओं पर आधारित हैं, लेकिन इनका पालन करने से कई लोग अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, मानसिक शांति और धार्मिक संतुलन महसूस करते हैं.
यदि आप भी धार्मिक रीति-रिवाजों को मानते हैं, तो इन परंपराओं का पालन आपके लिए एक सकारात्मक जीवनशैली का हिस्सा बन सकता है.
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