रायपुर। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) को पर्यावरण विभाग ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.  बालको को नोटिस  राखड़ बांध के तटबंध टूटने पर जारी किया गया है. पर्यावरण विभाग की ओर जारी नोटिस में बालको से पूछा गया है कि ये घटना क्यों हुई है, बार-बार क्यों हो रही है.  नोटिस तो विभाग की ओर से जारी कर दिया है, लेकिन कार्रवाई की क्या होगी इस पर संस्पेंस है.


आपको बता दे कि शनिवार को राखड़बंद टूटने की वजह से राख युक्त गंदा पानी नाला से होते हुए हसदेव नदीं में जा मिला था. वहीं इस घटना में राखड़ बांध के काम लगा जेसीबी मशीन बह गई थी, जबकि चालक की जान जाते-जाते बची थी. वैसे आपको यह भी बता दे कि इससे पहले भी राखड़ बांध कई बार टूट चुका है, वहीं बांध से बालको का गंदा पानी बहकर नदीं और खेतों में जाते रहता है. राखड़ बांध को लेकर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई ना तो पर्यावरण विभाग की ओर से हुई है और ना बालको प्रबंधन उचित इंतजाम अब तक कर पाया है.

इससे पहले जब राखड़ बांध का टट टूटा था तो सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई थी, तब भी पर्यावरण विभाग की ओर नोटिस जारी किया गया था. लेकिन लगातार हो रही इन घटनाओं से ना तो बालको प्रबंधन ने कोई सबक लिया है और ना ही पर्यावरण विभाग या प्रशासन ने. यही वजह है कि आज कोरबा के भीतर हसदेव नदीं मृत प्राय स्थिति में जांच पहुंची, तो गंदे पानी की वजह से पेयजल के साथ बालको के आस-पास के रहवासियों के सामने निस्तारी की समस्या उत्पन्न हो गई है.