एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी हेल्थ सर्विस सेक्टर में बड़े पैमाने पर निवेश करने की तैयारी कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अरबपति गौतम अडानी और अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज लिमिटेड, डायग्नोस्टिक चेन मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लिमिटेड में बहुमत हिस्सेदारी लेने के लिए बोलियों का वैल्युएशन कर रहे हैं.

सूत्रों के मुताबिक, देशभर में मेट्रोपोलिस और इसके ऑपरेशन के मार्केट कैप को देखते हुए कम से कम 1 अरब डाॅलर (7,765 करोड़) का सौदा हो सकता है. इससे पहले भी अडानी ग्रुप हेल्थ सर्विस सेक्टर में बड़े पैमाने पर प्रवेश की योजना बना रहा है. इसके लिए अडानी ग्रुप बड़े अस्पतालों, डायग्नोस्टिक चेन, ऑफलाइन और डिजिटल दोनों फार्मेसियों का अधिग्रहण कर सकता है.


4 अरब डॉलर खर्च कर सकते हैं अडानी

अडानी ग्रुप ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में पैर जमाने के लिए 4 अरब डॉलर तक की राशि निर्धारित की है. साथ ही ग्रुप लंबी अवधि की फंडिंग योजना तैयार करने के लिए निवेशकों और लेंडर्स से बात कर रहा है. हालांकि अभी मेट्रोपोलिस और अडानी ग्रुप की ओर से कोई बयान नहीं आया है.

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जानिए मेट्रोपोलिस का इतिहास

अडानी समूह भारत के सबसे बड़े कारोबारी ग्रुप में से एक है, जिसका सालाना रेवेन्यू 20 बिलियन डॉलर से अधिक है. अडानी ग्रुप अन्य उद्योगों के अलावा बिजली, ग्रीन एनर्जी, बुनियादी ढांचे, फूड प्रोसेसिंग और हवाई अड्डों के कारोबार में भी पैर पसार चुका है. 1980 के दशक में मेट्रोपोलिस ने एकल प्रयोगशाला के रूप में शुरुआत की और 2005 में निजी इक्विटी फर्म आईसीआईसीआई वेंचर से 35 करोड़ रुपए का पहला बाहरी वित्त पोषण प्राप्त किया. इसके बाद पीई फर्म वारबर्ग पिंकस से 85 मिलियन डॉलर मिले थे, जिससे आईसीआईसीआई वेंचर को बाहर निकलने में मदद मिली.