रायपुर- इन दिनों भाजपा और कांग्रेस में ट्विटर वार छिड़ा हुआ है. कोई किसी को छोड़ने के मूड में नहीं है. इसकी शुरुआत पिछले दिनों राज्य सरकार द्वारा किए गए पुलिस निरीक्षकों के तबादले से हुई. भाजपा ने ट्वीट कर ट्रांसपर पर सवाल उठाया था. इसके बदले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार कर करारा जवाब दिया था. सीएम के वार से बौखलाए भाजपा ने फिर ट्वीट कर जोरदार हमला बोला. पहले सीएम भूपेश बघेल को बदलापुर की राजनीति करने का आरोप लगाते थे अब उसे बदलेश कह दिया है.

ट्वीट में लिखा कि भूपेश बघेल जी बौखलाहट में निर्णय लेने पर जब सवाल खड़े होने लगे तो मानसिक संतुलन बनाए रखना कठन होता ही है. सवाल ट्रांसफर को प्रताड़ना और प्रतिशोध को हथियार बनाने पर है. इस फर्क को समझने का विवेक लाइये बदलेश जी. आपके अपराधों की जांच करने वालों को प्रताड़ित करना बंद कीजिए.

बुधवार को सीएम ने छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं उपभोक्ता संघ के सम्मान समारोह में कहा कि कल्लूरी को पदस्थ किया तब भी इनको तकलीफ हो रही थी, अब अधिकारियों का ट्रांसफर करना कौन सी सजा हो जाती है. अधिकारी को ट्रांसफर करना कोई सजा है क्या ? इसे वो सजा मानते है बदलापुर मानते है तो इनकी दिमागी हालात पर तरस खाता हूं.

बता दें कि पुलिस महानिरीक्षक डीएम अवस्थी के हस्ताक्षर से जारी इस आदेश में उन तमाम पुलिस निरीक्षकों के तबादले कर दिए गए थे, जिनकी भूमिका कथित सेक्स सीडी कांड मामले के दौरान थी.