नई दिल्ली। सॉफ्टवेयर के जरिए अब तक देश-दुनिया के नामचीन कंपनियों की संवेदनशील सूचनाओं को चुराने के बाद अब चीन पर कंप्यूटर हार्डवेयर के साथ छेड़छाड़ कर सूचना तंत्र पर सेंध लगाने का आरोप लगा है।

अमेरिका की एक निजी अखबार के मुताबिक, एपल, एमेजन के अलावा अमरीका के बड़े मोबाइल सेवा प्रदाताओं के लिए कंप्यूटर सर्वर मदरबोर्ड बनाने वाली बड़ी कंपनी सुपर माइक्रो कंप्यूटर (सुपरमाइक्रो) के चीन में बने मदरबोर्ड में वहां की खुफिया एजेंसी ने छेड़छाड़ किया। कंपनियों को इसकी भनक तब लगी, जब कंप्यूटर सर्वर से अवांछित सूचनाओं के आदान-प्रदान होने पर मदरबोर्ड को कंप्यूटर हार्डवेयर की जांच करने वाली निजी कंपनी को भेजा गया।

इजराइल सेना के खुफिया विभाग में काम कर चुके कंपनी के विशेषज्ञों ने जांच में पाया कि कंप्यूटर मदरबोर्ड में वास्तविक इथरनेट चिप (जिसमें नेटवर्किंग केबल लगाया जाता है) के स्थान पर हू-ब-हू दिखने वाले दूसरे चिप का इस्तेमाल किया गया, जिसमें प्लॉस्टिक के स्थान पर मेटल का इस्तेमाल किया गया, जिससे अंदर लगा चिप गरम न हो। मदरबोर्ड के साथ छेड़छाड़ किए जाने की जानकारी मिलने के बाद कंपनियों ने ऐसे सर्वर को सेवा से हटा दिया है।

सूचनाओं की सुरक्षा को लेकर बढ़ता खतरा

कंपनियों के लिए उनके आंकड़े ही सबकुछ होते हैं, ऐसे में कंप्यूटर में संग्रहित इन आंकड़ों की सुरक्षा को लेकर वे बेहत संवेदनशील रहती हैं। अब तक कंप्यूटर के हार्डवेयर से छेड़छाड़ को लेकर कंपनियां ज्यादा गंभीर नहीं थीं, क्योंकि यह काम बहुत मुश्किल होता है, लेकिन अब मदरबोर्ड के चिप से छेड़छाड़ करने का मामला सामने आने के बाद कंपनियों को अब आंकड़ों की सुरक्षा के लिए नई विधि तलाश करनी पड़ेगी।