दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लोकसभा 2024 का चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस चुनाव खत्म होते ही अपने पुराने तेवर में लौट आई है. इंडिया गठबंधन में शामिल सियासी दलों के नेता अब खुद एक-दूसरे के खिलाफ खड़े दिखाई देने लगे हैं. एक तरफ आतिशी के पानी सत्याग्रह को CPI का समर्थन मिल रहा है तो कांग्रेस ने आतिशी के सत्याग्रह को बेमतलब की राजनीति बता आप सरकार और इसके नेताओं पर हमला बोल दिया है.

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि पिछले डेढ़ महीने से भीषण गर्मी झेल रहे दिल्लीवासियों की जल संकट की परेशानी का समाधान नैतिकता के आधार पर करने की जरूरत थी. इसके बदले दिल्ली की जल मंत्री आतिशी जंगपुरा के भोगल में दिल्ली में पानी की मांग के लिए जल सत्याग्रह पर बैठकर सिर्फ बेमतलब की राजनीति कर रही है.

238 लोगों का मरना चिंताजनक

स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज राजधानी में गर्मी से मरने वालों के बढ़ते आंकड़ों पर नियंत्रण करने के लिए अस्पतालों में पर्याप्त संशाधन मुहैया कराने की जगह पानी पर बयानबाजी कर रहे है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में गर्मी से अभी तक 238 लोग मर चुके है, जो चिंताजनक है.

DJB को बना दिया करोड़ों का कर्जदार

देवेंद्र यादव ने जल मंत्री के आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए कहा कि दिल्ली की 2 करोड़ जनता जल संकट झेल रही है और जल मंत्री यह आंकड़ा सिर्फ 28 लाख बता रही हैं. जब पूरी दिल्ली पानी की किल्लत से जूझ रही है तो सिर्फ 28 लाख लोग पानी की समस्या से कैसे प्रभावित हो सकते हैं? उन्होंने कहा कि एयर कंडीशन जल सत्याग्रह में बैठकर जल मंत्री आतिशी दिल्ली के लोगों की जलापूर्ति करने की बजाय स्वयं पानी पी रही है, जबकि उन्होंने भूख हड़ताल की घोषणा भी कर दी है.

उन्होंने जल बोर्ड में भ्र्ष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कांग्रेस के समय लाभ कमाने वाला दिल्ली जल बोर्ड अनियमितताओं के कारण आम आदमी पार्टी की सरकार के 10 वर्षों के शासन में करोड़ों का कर्जदार हो गया है.

बीजेपी पानी को न करे राजनीति

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आगे कहा कि बीजेपी की हरियाणा सरकार को राजनीति से हटकर दिल्ली के लोगों के लिए पर्याप्त पानी छोड़ना चाहिए, क्योंकि दिल्ली में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. वहीं, पानी की कमी के कारण गर्मी से लोग मर भी रहे हैं. उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि बीजेपी की केंद्र सरकार को दिल्ली में पर्याप्त जलापूर्ति के लिए कोई ठोस कदम उठाकर हरियाणा को पूरा 613 एमजीडी पानी छोड़ने के लिए बाध्य करना चाहिए.

बीजेपी के सांसद पानी पर राजनीति कर रहे हैं, जबकि उन्हें ऐसा करने के बजाय दिल्ली की जनता को पानी दिलाने के लिए केन्द्रीय जल मंत्री को इस मामले में संज्ञान लेने के लिए बाध्य करना चाहिए. ताकि हरियाणा सरकार द्वारा रोका गया 113 एमजीडी पानी दिल्ली को मिल सके. दिल्ली की जनता ने उन्हें प्रचंड बहुमत उनके लिए काम करने के लिए दिया है, न कि राजनीति करने के लिए.