“जय श्री राम” “जय जय श्री राम” ये नारा कई वर्षों से भाजपा हमेशा लगाते आ रही है, एक तरह से ये कहा जा सकता है कि भाजपा इस नारे को पेटेंट करा लिया है, कांग्रेसी चाह कर भी अब इस नारा को नही लगा सकते क्योंकि प्रायः “जय श्री राम” का नारा भाजपा हर जगह लगाती है। भाजपा का हमेशा ये आरोप रहता है कि कांग्रेसी कभी भगवान राम का नाम नही लेते क्योकि वो कभी ‘जय श्री राम’ नही कहते। अब कांग्रेसी बेचारे करे तो क्या करे जय श्री राम कहे तो लोग भाजपायी बना देंगे न कहे कहा जाता है कि इन्हे तो भगवान राम  का नाम लेने में भी हिजक होता है। कांग्रेस वर्षो से इस इस नारा का तोड़ निकालने का सोच रही थी, बीच में कुछ वर्ष पहले कांग्रेस ने जय हो का नारा लगाना चालू किया था लेकिन वो ज्यादा प्रभावित नहीं कर पायी तो कुछ दिन में वो लोग ये नारा लगाना छोड़ दिया गया.

लेकिन कुछ दिन पहले मुरारी बापू ने कोंग्रेसियो को बैठे बैठाये इस नारा का तोड़ बता दिया, हुआ ये की  विगत दिनों रायपुर छ.ग. में जब मुरारी बापू का प्रवचन हुआ तो उन्होंने कोंग्रेसियो  को इस कठिनाई से मुक्ति दिला दी, दरअसल जब वहां भाजपा के लोग ” जय श्री राम “ का नारा लगा रहे थे तो मुरारी बापू ने टोक दिया औऱ कह दिया कि भगवान राम का नाम कभी अकेले न ले भगवान राम के लिए हमेशा “सीता राम” कहा जाना चाहिए उन्हें हमेशा माता सीता के साथ जोड़ के पुकारा जाता है , बस फिर क्या मिल गया कांग्रेसियो को रास्ता अब शुरू कर दिया “जय श्री राम “ के नारा के जवाब में “सीता राम सीता राम”.

आज ही लालू याद ने ट्वीट कर ये कह भी दिया, लगता है लालू यादव मुरारी बापू के प्रवचन बराबर सुनते है क्योंकि लालू यादव ने ट्वीट करके कहा है कि ” हम सीता राम सीता राम करते है और bjp जय श्री राम, bjp/rss महिला विरोधी है इसीलिए माता सीता को छोड़ देती है। सीता है तो राम है राम है तो सीता”.

देखे लालू यादव के ट्वीट – https://twitter.com/laluprasadrjd/status/859379012786806784