राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोनाकाल में स्कूल खुलेंगे या नहीं. इसका फैसला अब प्रदेश सरकार नहीं बल्कि जिलों में गठित जिला क्राइसिस मैनेजमेंट समूह करेंगे. मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने खुद जिला क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों को ये पाॅवर दिए हैं. जो अपने इलाकों की समीक्षा कर अपने-अपने जिलों में स्कूल खोलने को लेकर फैसला ले सकेगे.

इसे भी पढ़ें ः कोरोना में अपनों के संक्रमित होने पर नहीं मिला इलाज, तो बच्चे ने डॉक्टर बनने की ठानी, स्ट्रीट लाइट में कर रहा पढ़ाई

मध्य प्रदेश में के जिलों में स्कूल खोलने या बंद रखने का पाॅवर अब जिला क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों को दे दिया गया है. सरकार ने 26 जुलाई से 11वीं और 12वीं के स्कूल खोलने की इजाजत जारी कर दी है. लेकिन प्रदेश में कहां-कहां स्कूल खुलेंगे और कहां-कहां बंद रहेंगे, ये फैसला स्थानीय तौर पर अब जिला क्राइसिस मैनेजमेंट समूह लेगे.

इसे भी पढ़ें ः MP में CM बदलने वाले ‘दिग्गी’ के ट्वीट पर BJP का पलटवार, VD शर्मा और गृहमंत्री ने कांग्रेस के लिए कह दी ये बड़ी बात

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सोमवार को कोरोना की समीक्षा करते हुए ये अहम फैसला लिया है. हालांकि स्कूल खोलने को लेकर सरकार ने गाइडलाइन जारी की है. इसके तहत जिन जिलों में कोरोना वायरस का एक भी प्रकरण न हो. वहां जिला क्राइसिस मैनेजमेंट समूह स्कूल खोलने का फैसला ले सकेंगे. संबंधित जिलों के प्रभारी मंत्री और जिला कलेक्टर समूह के सदस्यों से चर्चा कर ये फैसला ले सकेंगे. साथ ही शासन की ओर से कहा है कि स्कूल पालकों की लिखित सहमति के बाद ही बच्चों को स्कूल बुला सकेंगे.

इसे भी पढ़ें ः वन्यप्राणियों की तस्करी करने वाले आरोपियों के खिलाफ कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, 13 तस्करों को हुई 7-7 साल की सजा

शासन की ओर से कहा गया कि 50 फीसदी क्षमता के साथ स्कूल संचालित किए जा सकेंगे. लेकिन स्कूल खोलने की शुरुआत प्रयोग के तौर पर ही करें. साथ ही आधे बच्चों को पहले दो दिन जबकि दूसरे आधे बच्चों को अगले दो दिन स्कूल बुलाया जाए. यानी सप्ताह में चार दिन ही स्कूल संचालित हो सकेंगे. स्कूलों में छात्रों को एक कुर्सी छोड़कर बैठक व्यवस्था के साथ मास्क, सेनेटाइजेशन आदि कोरोना अनुकूल व्यवहार करना होगा.

इसे भी पढ़ें ः पेगासस स्पाईवेयर जासूसी मामले में कमलनाथ का बड़ा बयान, कहा- मेरे पास पूरी लिस्ट है