…जब मन में कुछ करने का जुनून हो तो कोई भी दीवार उसके आढ़े नहीं आ सकती. कुछ ऐसा ही हुआ दिव्यांग मड्डाराम के साथ. उसके सामने कई बाधाएं आईं, लेकिन वह रूका नहीं. जिंदगी में रंग बिखेरते चला गया और आज उसे एक नई पहचान मिली. कल तक उसे देखकर कोई पूछता नहीं था देखकर सिर्फ रास्ता नाप लेते थे. भारत रत्न सचिन तेंदुलकर के एक ट्वीट के बाद उसकी पूछ परख बढ़ी, तो विभागीय अधिकारी मिलने पहुंचे और गिफ्ट दिया.
पंकज सिंह भदौरिया,दंतेवाड़ा। नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण के बेंगलुर गांव का रहने वाला दिव्यांग बच्चा मड्डाराम कवासी 7वीं कक्षा में पढ़ता है. मड्डाराम पैरों से भले ही लाचार है, लेकिन उसमें क्रिकेट खेलने की ऐसी ललक है कि शारीरिक कमियों के बाद भी शॉट मारकर खुद दौड़ लगाता है. अब इससे दूसरे बच्चे प्रेरणा ले रहे हैं.
इसे लेकर पूर्व किक्रेटर व भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने अपने ट्विटर पर वीडियो भी शेयर किया था. इसकी खबर लगते ही प्रशासनिक अमला जागा और गुरुवार को शिक्षा विभाग के अधिकारी अपने सहयोगियों के साथ मड्डाराम से मिलने स्कूल पहुंचे. उसे नई वीलचेयर, क्रिकेट कीट और पंचायत समाज विभाग की तरफ से नई ट्राईसाइकिल भी दी गई. साथ ही बेहतर शिक्षा के लिए अच्छे स्कूल में विभाग मड्डाराम का दाखिला कराएगा. यह नया गिफ्ट पाकर वह काफी खुश नजर आया.
स्कूल के शिक्षक बताते है कि मड्डाराम पढ़ाई में होनहार छात्र है. साथ में खेल के प्रति उसकी रुचि भी है. क्रिकेट खेल में उसे धोनी और सचिन तेंदुलकर का खेल अच्छा लगता है. मड्डाराम कवासी कहना है कि मुझे इस बात पर गर्व महसूस हो रहा है कि सचिन तेंदुलकर ने मेरा वीडियो शेयर किया है. मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहूंगा और उन्हें अपने गांव में आने के लिए इनवाइट भी करुंगा. मड्डाराम ने कहा कि वीडियो में दिखने वाले कोसा, राजा और अन्य सभी मेरे अच्छे दोस्त हैं और हमेशा मेरी मदद करते हैं. इसके अलावा वो मेरा साहस भी बढ़ाते हैं. मड्डाराम ने पढ़ लिखकर भविष्य में एक डॉक्टर बनने की इच्छा जताई है.
जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कर्मा ने बताया कि मड्डाराम के माता-पिता से चर्चा करेंगे और उसे जिले के जिस स्कूल में पढ़ना चाहता हैं उसमें उसका दाखिला करवाएंगे. मड्डाराम के खेल का वीडियो शेयर होना दंतेवाड़ा जिला और शिक्षा विभाग दोनों के लिए गर्वान्वित करने वाली बात है. दिव्यांग होने के बाद भी उसमें प्रतिभा कूट-कूटकर भरी हुई है. क्रिकेट ही नहीं पढ़ाई में भी छात्र बहुत होनहार है. हम विभाग की तरफ से हर संभव मदद पढ़ाई में करेंगे. जैसा भी दिशानिर्देश दन्तेवाड़ा कलेक्टर देंगे हम सभी तरह की मदद करेंगे.
बता दें कि स्कूल से कुछ दूरी पर मड्डाराम का खपरैल घर है. जहां से वह ट्राईसाइकिल से स्कूल आता जाता है. क्रिकेट खेल में उसकी विशेष रुचि है. इसलिए वह लकड़ी का एक बैट भी अपने लेकर चलता है. रोजाना स्कूली बच्चों के साथ जमकर क्रिकेट भी खेलता है. अब उसे नया बैट गिफ्ट में मिल गया जिससे वह अब उसी बैट से क्रिकेट खेलेगा.