रायपुर. मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने पूर्व मंत्री स्व. हेमचंद यादव के नाम पर दुर्ग विश्वविद्यालय का नाम रखने की घोषणा की. उन्होंने हेमचंद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ऐसे मौकों पर मैं ऐसी घोषणाएं नहीं करता लेकिन हेमचंद यादव जैसे आदमी को हमेशा ज़िंदा रहना चाहिए.

रमन सिंह ने ऐसा ईमानदार व्यक्ति मैंने राजनीतिक जीवन में नहीं देखा. वे अजातशत्रु की तरह थे. जिनका कोई शत्रु नहीं था. उनके विचारों और जीवन में सादगी थी. हेमचंद यादव की सादगी का ज़िक्र करते हुए रमन सिंह ने बताया कि जब वे उनके घर खाना खाने आते थे तो मेरी पत्नी से कहते थे कि ये सब मैं नहीं खाता, अगर दूध, रबड़ी और रोटी हो तो रख देना.

रमन सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले उनसे फोन पर बात हुई थी. तो उन्होंने कहा था कि आप चिंता न करें मैं बिल्कुल ठीक हूं. जल्दी ही आऊंगा. रमन सिंह ने हेमचंद यादव के साथ अपने संस्मरण साझा करते हुए कहा कि जब वे हेमचंद यादव के घर जाना चाहते थे तो हेमचंद मना कर देते थे. वे कहते थे कि मेरा घर छोटा है आपके सुरक्षा वाले नहीं आ पाएंगे. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति 15 साल विधायक रहा, 10 साल मंत्री रहा, वो कितना ईमानदार होगा.

उन्होंने कहा कि कहीं भी रामायण का आयोजन हो या फाग का. हेमचंद यादव हमेशा कार्यकर्ताओं के बीच नज़र आ जाते थे. उन्होंने कहा कि आज हम सबका दिल भरा हुआ. आंखों में आंसू है. लेकिन अच्छे व्यक्ति को ईश्वर अपने पास बुला लेता है. उसे भी अच्छे लोगों की ज़रुरत होती है. मुख्यमंत्री ने इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की तरफ से भी श्रद्धांजलि दी. उन्होंने बताया कि सुबह अमित शाह ने उन्हें फोन करके अपनी संवेदना प्रकट की है.