दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने सीमा पार तस्करी के मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की ट्रांजिट कस्टडी गुजरात एटीएस को दे दी है. को दिया गया है एटीएस लॉरेंस बिश्नोई के पाकिस्तान कनेक्शन पर शक है. लॉरेंस बिश्नोई से गुजरात पुलिस पूछताछ करेगी.

गुजरात एटीएस ने साल 2022 में बड़ी मात्रा में हेरोइन की खेप बरामद की थी. साथ ही 6 लोगों को ड्रग्स तस्करी के मामले में गिरफ्तार भी किया था. जांच के दौरान गुजरात एटीएस को ड्रग्स के इस मामले में पाकिस्तानी कनेक्शन के सबूत भी मिले थे. इसी मामले में गुजरात पुलिस लॉरेंस से पूछताछ के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर कर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को कस्टडी में देने की मांग की थी.

कोर्ट ने 18 अप्रैल को बिश्नोई को सात दिनों की एनआईए हिरासत में भेजा था. प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशंस जज धर्मेश शर्मा ने इस मामले की सुनवाई स्पेशल एनआईए कोर्ट में ट्रांसफर कर दी थी. एनआईए ने कहा था कि आतंकवादी संगठन अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय सीमाओं के माध्यम से हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी के लिए संगठित आपराधिक सिंडिकेट का उपयोग कर रहे हैं. एनआईए के मुताबिक देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए बब्बर खालसा इंटरनेशनल, खालिस्तान लिबरेशन फोर्स जैसे प्रतिबंधित समूहों के गुर्गों ने एक नेटवर्क बनाया है, जो देश के खिलाफ विद्रोह के लिए लोगों को भड़काकर आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.

लॉरेंस बिश्नोई पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मुख्य आरोपी है. उसने अप्रैल 2010 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था. पंजाब में बिश्नोई के खिलाफ सबसे ज्यादा 17 क्रिमिनल केस दर्ज हैं. इनमें से उसके गृह नगर फाजिल्का में छह, मोहाली में सात, फरीदकोट में दो और अमृतसर और मुक्तसर में एक-एक मामला है. शेष मामले दिल्ली, हरियाणा, गुजरात और चंडीगढ़ में दर्ज हैं.