लंदन. अगर आपसे कोई कहे कि इंसान अंडा देगा तो आप भी या तो उसका मजाक उड़ाएंगे या फिर इसे कोरी अफवाह बता देंगे. जी हां, लेकिन ये बात सौ फीसदी सच है. इंसान का अंडा इंग्लैंड की एक यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने बना लिया है.

दुनिया में पहली बार इंसानी अंडे को डेवलप कर लिया गया है. अपनी तरह के क्रांतिकारी और ऐतिहासिक खोज में वैज्ञानिकों ने इंसानी अंडे को ओवरी के बाहर ही विकसित कर लिया. आईवीएफ यानि इन विट्रो फर्टिलाइजेशन तकनीक में ओवेरियन टिश्यू को एक पुरुष के स्पर्म के साथ फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया यूनिवर्सिटी आफ एडिनबर्ग के साइंटिस्टों ने की. इसके बाद उन्होंने लैब में ही इंसानी अंडों को मेच्योर किया. यानि अंडों के अंदर इंसान का भ्रूण विकसित किया.

ये खोज जितनी अनूठी है उतनी ही ऐतिहासिक भी. माना जा रहा है कि इसके जरिए उन महिलाओं को बच्चे पैदा करने में मदद मिलेगी जो मां बनने में सक्षम नहीं हैं. यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट प्रोफेसर इवलिन टेलफर ने कहा कि य़े अंडे भविष्य में कई संभावनाओं को जन्म दे सकते हैं. गौरतलब है कि ये लैब सिर्फ एग डेवलपमेंट के ही काम में लंबे अरसे से लगी है और इसने कई सारी उपलब्धियां हासिल की हैं.

साइंटिस्ट का कहना है कि ओवेरियन टिश्यू सेल्स को सहेज कर रखने के बाद अगर उनका पुरुष के स्पर्म के साथ कांटैक्ट कराकर डेवलप किया जाएगा तो इंसान के अंडे को बनाने में सफलता हासिल होगी. खास बात ये है कि यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट पिछले तीस साल से इस रिसर्च पर काम कर रहे थे. अब जाकर उनको इंसानी अंडा बनाने में सफलता हासिल हुई है. वैसे साइंटिस्टों का कहना है कि ये प्रोसेस फर्टिलिटी क्लीनिक्स में पहुंचने में कई साल लगेंगे.

वैसे शायद ही किसी ने कल्पना की होगी कि इंसान कभी अंडा भी दे सकेगा. अब साइंस ने इंसान से अंडा भी दिलाना शुरु कर दिया है. अब देखना होगा कि मार्केट में इंसानी अंडा कब तक आ जाएगा. वैसे इसे खाने के काम में नहीं लेकिन पीढ़ियां बनाने के काम में जरूर इस्तेमाल किया जाएगा. हम तो यही कहेंगे ये नहीं है प्यारे मामूली अंडा.