भुवेनश्वर. जेल में बंद अपराधियों द्वारा फोन से अपना गिरोह संचालित करने और एक्सटॉर्शन की शिकायतों के मद्देनजर जेल विभाग ने एक नया सिस्टम लगाने का फैसला लिया है. इसके तहत जेल में बंद कैदी अपने करीबी रिश्तेदार, वकील व एक अन्य को फोन कर सकेंगे. एक निश्चित समय में फोन बंद हो जाएगा. इससे अवैध गतिविधियों पर रोक लगने की उम्मीद है. इसकी शुरुआत झारपड़ा और चौद्वार जेल से होगी.

संगीन अपराध की सजा काट रहे कई अपराधी जेल के भीतर से भी अपना गिरोह ऑपरेट करते रहते हैं. जेल विभाग के पास ऐसी कई शिकायतें हैं, जिनमें जेल के भीतर से पैसे के लेनदेन व अन्य अपराधिक गतिविधियां संचाालित होने की बातें हैं. इनमें विभाग के कुछ स्टाफ पर भी संदेह है. इन सब शिकायतों को दूर करने के उद्देश्य से ही ऑटोमेटिक रिस्ट्रिक्टेड टेलीफोन सिस्टम लगाने का निर्णय लिया गया है.

पहले चरण में राजधानी भुवनेश्वर के झारपड़ा और चौद्वार जेल में यह सिस्टम लगाया जाएगा, फिर बाकी जगहों पर भी इसकी शुरुआत की जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि हर जेल में तीन से चार लैंडलाइन फोन हैं, जिसकी मदद से कैदी एक निश्चित समय के लिए अपने रिश्तेदार या वकील से बात कर सकता है. इस सुविधा का कुछ कैदी दुरुपयोग करते हैं.

नई व्यवस्था के तहत हर कैदी के दो-तीन फोन नंबर सेव होंगे. यह नंबर परिवार, वकील और करीबी रिश्तेदार का होगा. इन तीनों के अलावा किसी और से बात करने की अनुमति नहीं होगी. साथ ही, कितनी देर बात करनी है, यह समय-सीमा भी तय की जाएगी, जिससे एक निश्चित समय में फोन कट जाएगा. इस सिस्टम में एक खास बात यह भी है कि जो भी बातचीत होगी, वह रिकॉर्ड होगी, जिसे समय पड़ने पर सुना जा सकता है.