शब्बीर अहमद, भोपाल। इस्तीफा देने वाले जूनियर डॉक्टरों के ऊपर सरकार ने कार्रवाई शुरु कर दी है। 28 जूनियर डॉक्टरों का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद अब उनसे हॉस्टल खाली कराए जा रहे हैं।

भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन ने जूनियर डॉक्टरों को नोटिस भेजकर हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही डीन ने बॉण्ड की राशि जमा करने का भी निर्देश दिया है। डीन की नोटिस मिलने से हड़ताली जूनियर डॉक्टरों में हड़कंप मच गया है। जूडा ने कोरोना आपदा काल का हवाला देकर हॉस्टल नहीं खाली कराए जाने की अपील की है।

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आपको बता दें जूनियर डॉक्टर अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर 31 मई से हड़ताल पर हैं। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पर हाईकोर्ट ने भी नाराजगी जाहिर की थी। हाईकोर्ट ने जूनियर डॉक्टरों को24 घंटे के भीतर काम पर वापस लौटने का आदेश दिया था इसके साथ ही कोर्ट ने डॉक्टरों के नहीं लौटने पर सरकार को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई किये जाने का भी निर्देश दिया था। हाईकोर्ट के इस आदेश को 36 घंटे से ज्यादा समय बीत चुके हैं।

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वहीं हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश भर के 3500 हजार जूनियर डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया था। जीएमसी के 28 जूनियर डॉक्टरों का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है और उन्हें बॉण्ड के 30-30 लाख रुपये जमा करने के निर्देश दिये गए हैं।

ये है मांगें

  • सरकार की ओर से 6% सालाना मानदेय बढ़ाने का वायदा पूरा किया जाए
  • जूनियर डॉक्टरों के इलाज की बेहतर व्यवस्था की जाए
  • कोरोना के दौरान प्रति महीने 10 हज़ार रुपये मानदेय देने का वायदा पूरा किया जाए
  • जूनियर डॉक्टर्स को ग्रामीण सेवा के बंधन से मुक्त किया जाए
  • कोरोना काल में सेवा के लिए प्रशस्ती पत्र दिया जाए जिसका फायदा सरकारी भर्तियों में मिले

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