नई दिल्ली. तो क्या अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोने-चांदी के सेट से शतरंज खेलेंगे ? उनके सामने अमित शाह होंगे ? वैसे दोनो राजनीति के बड़े खिलाड़ी माने जाते है. हम ऐसा इसलिए कह रहे है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बतौर तोहफे के रूप में सोने-चांदी का शतरंज सेट मिला है.
पिछले एक वर्ष में की गई विदेश यात्राओं के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 30 से अधिक यादगार तोहफे मिले हैं. इनमें लकड़ी, चांदी और सोने से निर्मित शतरंज का सेट, गणेश की मूर्तियां, महात्मा बुद्ध से जुड़े प्रतीक चिह्न और खास तरह का गुलाब जल भी शामिल है.
मोदी ने गत वर्ष डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, इटली, ब्रिटेन, अमेरिका और बांग्लादेश जैसे देशों की यात्रा की थी. इस दौरान उन्हें कई देशों में बेशकीमती उपहार मिले. इनकी कीमत 15.65 लाख रुपये है. इनमें हस्तनिर्मित धूपदानी, कंबल, स्वेटर, शीशे का गुलदान व लकड़ी के बक्से भी शामिल हैं. इनमें सबसे कीमती उपहार लकड़ी, चांदी और सोने से निर्मित शतरंज का सेट है, जिसकी कीमत पांच लाख है.
लकड़ी से बनी दरी भी मिली
विदेश मंत्रालय के तोशाखाना विभाग के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी को चांदी के सिक्के, शीशे का कटोरा, ऑस्ट्रेलिया की विशिष्ट अकुर्बा टोपी, लकड़ी से बनी दरी एवं कप, घड़ी, स्मारिका, मालदीव की हस्तशिल्प सामग्री, कलम, जैतून का तेल, स्टील का जग और इंडिपेंडेंस-आवर हैप्पीनेस नामक पुस्तक भी भेंट मिली है.
तोशाखाना में जमा हैं ये उपहार
प्रधानमंत्री, मंत्रियों और देश के अन्य प्रतिनिधियों को मिले कीमती उपहारों को नियमानुसार विदेश मंत्रालय के तोशाखाना में जमा कर दिया जाता है. जब भारतीय प्रतिनिधिमंडल को दान या भेंट में विदेशी तोहफा मिलता है तो उसे 30 दिन में संबंधित मंत्रालय को सौंपना होता है. यदि इसका मूल्य पांच हजार से अधिक होता है तो इन्हें तोशाखाना में भेज दिया जाता है.
पीएम को मिले उपहारों की होती है नीलामी
प्रधानमंत्री को मिलने वाले उपहार जनकल्याण की योजनाओं के लिए दान किए जाते हैं. इसके लिए इन उपहारों को नीलामी की जाती है. मोदी ने इस परंपरा की शुरुआत गुजरात में मुख्यमंत्री रहने के दौरान की थी. प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्हें भेंट किए गए उपहारों और स्मृति चिन्हों की तीन बार नीलामी हो चुकी है. सबसे पहले प्रधानमंत्री के उपहारों को वर्ष 2015 में गुजरात के सूरत में निलाम किया गया था. इसके बाद जनवरी, 2019 में दूसरी बार और सितंबर, 2021 में तीसरी बार उपहारों की नीलामी हुई.
राजनाथ को पिस्तौल और कारतूस मिले
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को गत एक वर्ष में विदेश से कुल 47,900 रुपये के आठ तोहफे मिले हैं. इनमें एक छोटी पिस्तौल और छह कारतूस भी शामिल हैं. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को क्रॉकरी सेट, पत्थर से बनी मूर्ति और एक घड़ी तोहफे में मिली है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कॉफी सेट, हस्तनिर्मित सामग्री, स्मारिका जैसी वस्तुएं विदेशी उपहार में मिली हैं. विदेश मंत्री एस. जयशंकर को विदेशों से एक साल में 5.84 लाख रुपये के 51 तोहफे मिले, जबकि विदेश सचिव रहे हर्षवर्द्धन श्रृंगला को 80 हजार रुपए के उपहार मिले हैं.
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