लुधियाना. सी.एम. भगवंत सिंह मान की मीटिंग में यह मुद्दा उठा था कि पंजाब के बड़े पुलिस अधिकारी अपने चहेते स्टाफ पर ज्यादा मेहरबान होते है।

इस पर सख्ती दिखाते हुए डी.जी.पी. गौरव यादव ने आदेश जारी किए हैं, जिसमें सभी को अपनी मूल पोस्टिंग पर वापिस भेजने के लिए कहा गया है और दो दिनों के अंदर रिपोर्ट डी.जी.पी. ऑफिस भेजने के लिए कहा है।

अगर उन अधिकारियों का तबादला एक जगह से दूसरी जगह पर होता है, तो वह अपने उन चहेते रीडर, असिस्टैंट रीडर, स्टैनो, डी.एस.पी. या इंस्पैक्टर को अपनी नई पोस्टिंग के साथ ही दूसरे जिलों में ले जाते है, जबकि उन स्टाफ की मूल पोस्टिंग कहीं ओर होती है जोकि कई-कई वर्षो तक एक ही पुलिस अधिकारी के साथ रीडऱ या महत्वपूर्ण थानों या स्टाफ में तैनाती रहती है। इस दौरान वह अपनी मनमानियां करते है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं जिसके बाद सी.एम. ने इस पर एक्शन लेने के लिए कहा था।

ऐसी ही भ्रष्टाचार की शिकायतें लगातार सी.एम. और डी.जी.पी. ऑफिस पहुंच रही थी, इसलिए सोमवार को डी.जी.पी. गौरव यादव की तरफ से सभी ए.डी.जी.पी., आई.जी., डी.आई.जी., सी.पी., एस.एस.पी., कमांडैंट और अन्य अधिकारियों को आदेश जारी किए गए हैं कि जिन भी अधिकारियों के साथ उनका चहेता स्टाफ दूसरे जिले में गया है, वह तुरंत उन्हे रिलिव कर अपनी असल पोस्टिंग पर भेज दें।