सोहराब आलम/पूर्वी चंपारण: मोतिहारी में खाकी पर लगे दाग को धोने को लेकर मोतिहारी के पुलिस कप्तान लाख प्रयास कर रहे हो, लेकिन पुलिस के नए-नए कारनामे से अब पुलिस महकमा भी शर्म से लाल हो गया है. वहीं, कानून की रखवाली करने की जिसको जिम्मेवारी दी गई थी, जिस अधिकारी को उसको लागू करने के लिए सरकार ने बड़ा भरोसा किया था. वहीं, अधिकारी अब भ्रष्टाचार के जाल में फंसते दिख रहे हैं और उन पर जांच शुरू हो गई है.
सम्पति की पुलिस कर रही है जांच
मोतिहारी के रक्सौल में एसडीपीओ धीरेंद्र कुमार के कार्यालय में मिले दलाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कई नए-नए चौंकाने वाले खुलासा का पता चल पाया है. वहीं, डीआईजी हरि किशोर राय ने डीएसपी के रीडर नीरज कुमार को निलंबित करने का आदेश दिया है. साथ ही रक्सौल में बड़े पुलिस अधिकारियों की जमीन खरीदने और सम्पति की भी जांच पुलिस कर रही है.
एसडीपीओ कार्यालय का बड़ा दलाल है
बताया जाता है कि पिछले दिनों शिवेंद्र मिश्रा जो एसडीपीओ कार्यालय का बड़ा दलाल है, जो एसडीओ और सीडीपीओ ऑफिस के चक्कर काटते रहता था. पुलिस की तत्परता के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई, लेकिन जो पुलिस को नए सुराग मिले हैं, उसके तहत उस दलाल का मोबाइल टावर लोकेशन भी लगातार एसडीपीओ ऑफिस के अगल-बगल मिलता था. वहीं, फोन पर लगातार कार्यालय के फोन से बात होने की पुष्टि भी पुलिस को हुई है.
बड़ी कार्रवाई नहीं करने का लगा आरोप
वहीं, सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर की भी जांच चल रही है कि आखिर दलाल का संपर्क सीधे तौर पर बड़े पुलिस अधिकारी के साथ था या उसके नीचे के कर्मचारी एसडीडीपीओ के नाम का नाजायज फायदा उठाते थे. अनुमण्डल के सबसे बड़े पुलिस अधिकारी पर भू माफिया, ड्रग्स माफिया और शराब माफिया पर बड़ी कार्रवाई नहीं करने का भी आरोप लगा है.
भू माफिया की दादागिरी
वहीं, गिरफ्तार दलाल ने इस बात को स्वीकार भी किया है, उसकी पहुंच काफी ऊपर तक बड़े अधिकारियों के साथ था. साथ ही लोगों से काम करने के एवज में वह पैसा लेता था और उनका काम करता था. वैसे स्थिति में अब सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल के टावर लोकेशन से सही पता चल पाएगा की आखिर दलाल के संपर्क में कौन-कौन लोग थे और किन के इशारों पर पैसे का बड़ा खेल होता था, क्योंकि रक्सौल जो भारत नेपाल सीमा से सीधे सटा हुआ है और बड़े पैमाने पर ड्रग्स डिलर शराब माफिया और भू माफिया की दादागिरी रक्सौल में देखने को मिल रही है.
बड़ा सर्जिकल स्ट्राइक किया है
लेकिन पिछले कई महीनों से कोई बड़ी कार्रवाई न होना और एसपी स्वर्ण प्रभात के एक्शन में आने के बाद कुछ कार्रवाई दिखना यह प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं किसी न किसी अधिकारी के संरक्षण में रक्सौल में सूखे नशे का भी बड़ा खेल होता था. अब पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. डीआईजी हरि किशोर राय और एसपी स्वर्ण प्रभात ने इससे पहले पूर्वी चंपारण जिले के लगभग एक दर्जन से ज्यादा थाना प्रभारी पुलिसकर्मी चौकीदार के खिलाफ कार्रवाई कर भ्रष्टाचार के खिलाफ में बड़ा सर्जिकल स्ट्राइक किया है.
कानून से बच नहीं सकता है
बिहार सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति को सफलता से लागू करवा रहे है वैसी स्थिति में इस बार एसडीडीपीओ के रीडर को सस्पेंड करने का निर्देश देकर हरकिशोर राय ने यह बता दिया है की जांच में और भी कई बड़े चौंकाने वाले नाम आ सकते हैं, लेकिन जिस तरह दलाल और माफिया का खेल मोतिहारी में बेरोक टोक जारी है, वैसे स्थिति में अब भ्रष्टाचार को लेकर कोई कितना भी बड़ा अधिकारी हो, लेकिन वह कानून से बच नहीं सकता है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए कल्कि करें