जयपुर. गहलोत सरकार राज्य में पान मसाला, बीड़ी, गुटका और सिगरेट के वाहनों पर आवागमन शुल्क (ट्रैफिक चार्ज) लगाने जा रही है. जिसके बाद राजस्थान में तंबाकू उत्पाद और महंगे हो जाएंगे. इसके लिए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के निर्देश पर वित्त विभाग की ओर से एक प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसपर जल्द ही सरकार की मुहर लगाई जाएगी.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य सरकार ने राजस्व बढ़ाने के मकसद से यह फैसला लिया है. पिछले लॉकडाउन के दौरान तंबाकू उत्पाद की बिक्री पर लगाई गई रोक से सरकार को राजस्व में काफी नुकसान पहुंचा था. बाद में सरकार को ये पाबंदी हटानी पड़ी थी.

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400 करोड़ की कमाई का लक्ष्य

बता दें कि सरकार को इस ट्रैफिक चार्ज के फैसले से करीब 400 करोड़ की कमाई की उम्मीद है. फिलहाल राज्य में लागू लॉकडाउन की वजह से पेट्रोल-डीजल की बिक्री के लिए समय निर्धारित किया गया है. जिससे सरकार को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है.

कोरोना के हालात को देखते हुए राजस्थान में 24 मई तक लागू लॉकडाउन को पहले ही 8 जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है. ऐसे में कोरोना काल में लगने वाले इस ट्रैफिक चार्ज के बाद गुटका, बीड़ी, सिगरेट के दाम और बढ़ जाएंगे. लॉकडाउन में इन उत्पादों की भारी तादाद में जमाखोरी की शिकायतें भी मिल रही थी.

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राज्य का राजस्व घटा: गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन के कारण राज्य के राजस्व में 80 फीसदी गिरावट आई है. गहलोत ने आगे कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद राज्य में आर्थिक गतिविधियां इस तरह से बढ़नी चाहिए कि राजस्व तेजी से मिलने लगे.