जम्मू-कश्मीर के नौगाम थाने में हुए धमाके में अबतक 12 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं इस विस्फोट में अबतक 30 से अधिक लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है. इस पूरी घटना पर राज्य के डीजीपी नलिन प्रभात की भी प्रतिक्रिया सामने आई है जिसमें उन्होंने इसे एक दुर्घटना बताया है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि थाने में हुआ विस्फोट कोई आतंकी साजिश या हमला नहीं सिर्फ एक हादसा था, जो एफएसएल टीम द्वारा सैंपल लेने के दौरान हुआ.

सैंपल लेने के दौरान हुआ हादसा

डीजीपी ने कहा कि फरीदाबाद से जब्त किए गए विस्फोटक की सैंपलिंग की प्रक्रिया दो दिन से चल रही थी और इसी दौरान रात करीब 11:20 बजे यह घटना हुई. डीजीपी नलिन प्रभात ने कहा, ‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है. इसकी विस्तृत जांच की जा रही है.’ गृह मंत्रालय ने भी एक बयान जारी कर इस घटना की जानकारी दी है और धमाके को सिर्फ एक हादसा बताया.

‘बेहद संभालकर किया जा रहा था काम लेकिन…’

डीजीपी नलिन प्रभात ने बताया कि फरीदाबाद से बरामद भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और केमिकल को जांच के लिए नौगाम थाने लाया गया था. इसकी संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए संभालकर काम किया जा रहा था, लेकिन बीती रात एक आकस्मिक विस्फोट हो गया.

डीजीपी के अनुसार, इस हादसे में 12 लोगों की मौत हुई है और 32 लोग घायल हैं. धमाके में नौगाम पुलिस स्टेशन को भी भारी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से एक हादसा है और किसी अन्य तरह की अटकलें बिल्कुल अनावश्यक हैं.

कई किमी तक सुनाई दी आवाज

धमाके के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. दक्षिणी श्रीनगर में विस्फोट की गूंज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी. थोड़ी ही देर में पुलिस स्टेशन से तेज आग की लपटें उठने लगीं. सूचना मिलते ही एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया. जिला अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों को एहतियातन अलर्ट पर रखा गया है.

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