पटना। बिहार विधानसभा का मानसून सत्र जारी है और सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच लगातार तीखी बहस हो रही है। इसी बीच छात्र राजनीति में भी उबाल आ गया है। कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI ने आज विधानसभा घेराव का एलान किया है। NSUI के प्रदेश अध्यक्ष सूरज यादव के नेतृत्व में आज दोपहर 12 बजे इनकम टैक्स गोलंबर से मार्च शुरू होगा, जो विधानसभा तक पहुंचेगा। इस प्रदर्शन में पटना यूनिवर्सिटी सहित बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं भाग लेंगे। NSUI का कहना है कि सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों और आरक्षण पर हमलों के खिलाफ यह प्रदर्शन है।
पांच प्रमुख मांगें जिन पर होगा प्रदर्शन
निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण लागू हो
NSUI का कहना है कि SC/ST और पिछड़े वर्गों को निजी संस्थानों में कोई जगह नहीं मिल रही है। सरकार को चाहिए कि वहां आरक्षण और SC-ST सब-प्लान को अनिवार्य रूप से लागू करे।
3 साल की डिग्री को 5 साल में न बदला जाए
छात्रों का आरोप है कि बिहार में विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक व्यवस्था इतनी खराब हो चुकी है कि तीन साल की डिग्री पांच साल में पूरी हो रही है, जिससे छात्र मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हैं।
50% आरक्षण की सीमा हटाने की योजना का विरोध
NSUI ने केंद्र सरकार द्वारा आरक्षण की अधिकतम सीमा हटाने की संभावित योजना का विरोध किया है। संगठन का कहना है कि यह संविधान और सामाजिक न्याय के खिलाफ है।
शैक्षणिक ढांचे में भारी गिरावट
NSUI ने कहा कि बिहार में शिक्षा का बुनियादी ढांचा बर्बाद हो चुका है। दलित, पिछड़े और आदिवासी छात्रों की स्कॉलरशिप में 70% तक की कटौती की गई है। सरकार शिक्षा के बजट को लगातार घटा रही है।
छात्र क्रेडिट कार्ड योजना की विफलता
NSUI का कहना है कि छात्र क्रेडिट कार्ड के नाम पर लाखों रुपये का कर्ज तो छात्रों को दे दिया गया, लेकिन सरकारी नौकरियों के लाखों पद खाली पड़े हैं। ऐसे में युवा पढ़ाई के बाद भी बेरोजगार हैं।
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