Bihar Power Plant: बिहार को ऊर्जा के क्षेत्र में एक और बड़ी सफलता मिली है. पटना जिले के बाढ़ स्थित एनटीपीसी सुपर थर्मल पावर प्लांट की स्टेज-1 की तीसरी और अंतिम यूनिट अब पूरी तरह से तैयार है और 1 जुलाई से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू कर देगी. 660 मेगावाट क्षमता वाली इस यूनिट से राज्य को सीधे तौर पर 370 मेगावाट बिजली मिलेगी, जिससे बिजली आपूर्ति की दिशा में आत्मनिर्भरता को नई रफ्तार मिलेगी.

अब तक चार यूनिट से होता था बिजली उत्पादन

इससे पहले एनटीपीसी बाढ़ परियोजना की चार यूनिटें पहले से ही बिजली उत्पादन कर रही थीं. अब पांचवीं यूनिट के शुरू होते ही पावर प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता 3300 मेगावाट हो गई है. इससे बिजली की अत्यधिक मांग वाले समय में राज्य की जरूरतों को पूरा करने में बड़ी मदद मिलेगी.

2246 मेगावाट बिजली सुनिश्चित

एनटीपीसी के अनुसार, स्टेज-1 की तीनों यूनिटों (1980 मेगावाट) में से बिहार को 56.08% हिस्सेदारी के तहत 1110 मेगावाट बिजली मिल रही है. वहीं स्टेज-2 की दो यूनिटों (1320 मेगावाट) में राज्य की हिस्सेदारी 86.04% है, जिससे 1136 मेगावाट बिजली मिलती है. इस प्रकार अब बिहार को कुल 2246 मेगावाट बिजली सुनिश्चित हो गई है.

बिहार के विकास को मिलेगी नई दिशा

यह उपलब्धि न सिर्फ शहरों बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी बेहतर और स्थायी बिजली आपूर्ति का रास्ता खोलती है. घरेलू, कृषि और औद्योगिक क्षेत्रों की ऊर्जा ज़रूरतें अब अधिक प्रभावी ढंग से पूरी की जा सकेंगी, जिससे बिहार के सर्वांगीण विकास को एक नई दिशा मिलेगी.

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