भुवनेश्वर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को आगामी नुआपड़ा उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार घासीराम माझी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई और चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में कथित तौर पर अपना आपराधिक रिकॉर्ड छिपाने के लिए उनके नामांकन पत्र को रद्द करने की मांग की.

भाजपा सूत्रों के अनुसार, 2024 के आम चुनावों के दौरान, कांग्रेस उम्मीदवार माझी ने नुआपड़ा पुलिस स्टेशन में अपने खिलाफ दर्ज दो मामलों की घोषणा की थी. भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि माझी ने आगामी नुआपड़ा उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग को सौंपे गए हलफनामे में अपने खिलाफ लंबित दो मामलों का उल्लेख नहीं किया है. दोनों मामले अभी भी नुआपड़ा के उप-मंडल न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में लंबित हैं.
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि माझी ने इस बार दायर हलफनामे में जानबूझकर उक्त लंबित मामलों का उल्लेख नहीं किया है, जो जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 125(ए) के तहत संज्ञेय अपराध है. तदनुसार, भाजपा ने राज्य चुनाव आयोग से मांग की है कि कानून के अनुसार उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और उनका नामांकन पत्र खारिज किया जाए.
इस मुद्दे पर बोलते हुए, ओडिशा भाजपा उपाध्यक्ष जतिन मोहंती ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस के नेता संविधान के मूल्यों को सही मायने में नहीं समझ सकते, जब पार्टी में ही आंतरिक लोकतंत्र नहीं है. “आज की कांग्रेस पार्टी अपनी मूल विचारधारा से पूरी तरह भटक गई है. जनता अब पार्टी के सिद्धांतों या कार्यशैली को स्वीकार नहीं करती. पार्टी आपराधिक और असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गई है, और इसके नेता अपने निजी जीवन में की गई असामाजिक गतिविधियों को छिपाने से नहीं हिचकिचाते. इसका एक ज्वलंत उदाहरण नुआपड़ा उपचुनाव में एक बार फिर देखने को मिला है. चल रहे नुआपड़ा उपचुनाव में, कांग्रेस उम्मीदवार घासीराम माझी ने चुनाव आयोग को सौंपे गए हलफनामे में अपना आपराधिक रिकॉर्ड छुपाया है,” मोहंती ने कहा.
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कांग्रेस उम्मीदवार द्वारा आपराधिक रिकॉर्ड छुपाने को एक जघन्य और अस्वीकार्य अपराध भी बताया.
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