नूंह जिले में एक बार फिर BJP के जीतने का सपना अधूरा रह गया. कांग्रेस ने सभी तीन सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि भाजपा पिछले साल जुलाई में हुई सांप्रदायिक हिंसा के कारण तीसरे स्थान पर है. भाजपा ने गुरुग्राम-फरीदाबाद समेत दक्षिण हरियाणा की अधिकत सीटों पर कब्जा किया, हरियाणा में पहली बार है जब कोई पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाएगी.
नूंह सीट पर कांग्रेस ने आफताब अहमद को 91697 वोटों से बड़े अंतर से जीत मिली, जबकि इंडियन नेशनल लोकदल के ताहिर हुसैन को 44826 वोट मिले, जबकि भारतीय जनता पार्टी के हिंदू उम्मीदवार संजय सिंह को सिर्फ 15810 वोट मिले, जबकि आम आदमी पार्टी की राबिया किदवई को सिर्फ 212 वोट मिले.
नूंह, जो आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ी सीट है, में सबसे अधिक मुस्लिम वोटर्स हैं. इस बार भाजपा ने संजय सिंह पर दांव लगाया था, जिससे पार्टी को उम्मीद थी कि ध्रुवीकरण वाली इस सीट पर उसके लिए कुछ बेहतर परिणाम मिल सकेंगे, लेकिन यह हुआ नहीं.
नूंह जिले में पिछले साल ब्रजमंडल शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई थी, जो कई दिनों तक तनावग्रस्त रहा था. नूंह से फरीदाबाद तक हिंसा की आग फैल गई थी, और मामन खान, जिले की फिरोजपुर झिरका सीट पर बड़ी चुनावी सफलता हासिल की है.
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