सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। बलरामपुर जिले के महादेवपुर उप स्वास्थ्य केंद्र में छुआछूत का मामला सामने आया है, जहां प्रसव के बाद पंडो जनजाति की महिला के बच्चे का नाल काटने से नर्स ने इसलिए इंकार कर दिया क्योंकि उसे दोबारा नहाना पड़ेगा. प्रसूता के बिना नाल कटवाए घर वापस लौटने की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आनन-फानन प्रसूता को रामानुजगंज सिविल अस्पताल में एडमिट करवाया.

बलरामपुर जिले में पंडो जनजाति के लोगों से लगातार अमानवीय घटनाओं की बात सामने आती रहती है, वहीं दूसरी ओर शासन-प्रशासन ऐसे मामले को सिरे से खारिज करती है. लेकिन महादेवपुर उप स्वास्थ्य केंद्र में पंडो जनजाति की महिला मानकुंवर पंडो के साथ जो हुआ वह स्थिति बयां करने के लिए पर्याप्त है.

प्रसूता मानकुंवर के बच्चे की नाल काटने से नर्स ने यह कहते हुए इंकार कर कि मैं अभी नहाकर ड्यूटी पर आई हूं, और नाल काटने के बाद दोबारा नहाना पड़ेगा. प्रसूता के परिजन करीबन दो घंटे अस्पताल में नाल काटे जाने का इंतजार करते रहे, आखिर में कोई कार्रवाई नहीं होते देख बिना नाल कटवाए ही प्रसूता के साथ परिजन गांव वापस आ गए.

गांव में परिजनों ने ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों से अपनी पीड़ा बयां कि जिसकी जानकारी उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी. अधिकारियों ने आनन-फानन में पीड़िता को रामानुजगंज सिविल अस्पताल में भर्ती कराया.