मनोज उपाध्याय, मुरैना। सिविल सर्जन की डिमांड पूरी नहीं की तो नर्सों का चार महीने का वेतन रोक दिया गया। जिला अस्पताल में पदस्थ नर्सों ने अपर कलेक्टर सीवी प्रसाद से मामले की शिकायत की है। उन्होंने इसकी शिकायत महिला थाने में भी की है। नर्सों ने सिविल सर्जन गजेंद्र तोमर पर मानसिक प्रताड़ना और वेतन के बदले सेक्स की डिमांड करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।

जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में पदस्थ कुछ नर्सों का 4 महीने का वेतन रोक दिया गया। जब नर्स अपने वेतन के लिए बाबू होशियार सिंह के पास गई तो होशियार सिंह ने कहा कि आपको सिविल सर्जन की बात माननी पड़ेगी। वह जो कहेंगे वो करना पड़ेगा तभी आपको वेतन मिलेगा।

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गर्भवती नर्स से भी की अश्लील काम करने की डिमांड

नर्सों ने बताया कि सिविल सर्जन गजेंद्र सिंह तोमर शराब के नशे में हमसे अश्लील काम करने और फोन पर बातें करने के लिए कहते हैं। अगर बात नहीं करोगी तो आपको परेशान होना पड़ेगा। कर्मचारियों से भी कहते हैं कि नर्सिंग स्टाफ से अश्लील बातें किया करो। पीड़ित नर्सों ने सिविल सर्जन के साथ-साथ बाबू होशियार सिंह पर भी सेक्स की डिमांड करने का आरोप लगाया है। एक नर्स ने कहा कि सभी स्टाफ उनको परेशान करते हैं। कुछ ने तो भय के मारे शिकायत नहीं की, लेकिन हद तो तब हो गई जब उनसे सेक्स की डिमांड की गई। जबकि वह 5 महीने की गर्भवती है।

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