शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश में नर्सिंग फर्जीवाड़ा मामले में मेडिकल यूनिवर्सिटी ( चिकित्सा विश्वविद्यालय) के फैसले को राज्य सरकार ने ठुकरा दिया है। 2023-24 सत्र को शून्य करने के फैसले के प्रस्ताव को वापस लौटा दिया है। नर्सिंग फर्जीवाड़ा के चलते विश्वविद्यालय की कार्य परिषद की बैठक में 2023-24 सत्र को शून्य करने का फैसला लिया गया था।

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विश्वविद्यालय के फैसले के चलते छात्राएं नर्सिंग में इस साल प्रवेश नहीं ले पाए। 8 महीने पहले विश्वविद्यालय ने सरकार को प्रस्ताव भेजा था। करीब 8 महीने बाद सरकार की तरफ से प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया है। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने कहा कि समय पर निर्णय नहीं होने की वजह से छात्राएं नर्सिंग में प्रवेश लेने से वंचित हो गए। शासन से अनुमति लेने के बाद विश्वविद्यालय को निर्णय लेना चाहिए था। मामले को लेकर NSUI ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को पत्र लिखा है।

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