अजयाविंद नामदेव,शहडोल। मध्य प्रदेश में शुरू हुई लाडली बहना योजना ने तो महिलाओं को हर महीने 1250 रुपए दे दिए लेकिन पोषण आहार अनुदान योजना (Aahar Anudan Yojana) इसके बोझ में कहीं दब गई। पिछले 8 माह से बैगा आदिवासी महिलाओं को पोषण आहार योजना के 1 हजार नही मिल रहा है। जिसे लेकर नाराज महिलाओं ने विरोध जता कर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।

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मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में 8 माह से बैगा आदिवासी महिलाओं को पोषण आहार योजना के 1 हजार नहीं मिलने पर नाराजगी जताई है। आदिवासी महिलाओं ने बारिश के बीच भीगते हुए कलेक्ट्रेट पहुंच कर विरोध जताया। कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर महिलाओं ने कहा कि अनुदान की राशि नहीं मिलने से गरीब बैगा आदिवासी महिलाओं का घर चलाना मुश्किल हो रहा है।

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महिलाओं का आरोप है कि लाडली बहना योजना के आने से उनकी आहार अनुदान की राशि खाते में आना बंद हो गई। बतादें कि, जिले के गोहपारू ब्लॉक के हर्रा टोला गांव से आई बैगा महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर शिकायत की और प्रशासन और मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन।

शासन की ओर से बैगा जनजाति को विशेष संरक्षण दिए जाने का दावा किया जाता है। लेकिन शहडोल जिले में बैगा महिलाओं की आहार अनुदान योजना आठ महीने से ठप्प पड़ी है। जिसके कारण महिलाएं कई दिनों से ऑफिस के चक्कर काट रही हैं। बतादें कि, महिलाओं और लाड़ली बहना योजना के दम पर प्रदेश में दोबारा बंपर मतों से 163 सीटें रिकॉर्ड जीत दर्ज कर हासिल की है।

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